दिल्ली केइंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्टसे केंद्रीय एजेंसियों ने दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. दोनों बांग्लादेशी फर्जी दस्तावेज पर दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री में दाखिल हुए थे. दोनों अपने मंसूबों में सफल होते, इससे पहले वह केंद्रीय एजेंसियों की नजर में आ गए. केंद्रीय एजेंसी ने दोनों बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर एयरपोर्ट पुलिस के हवाले किया है. दोनों आरोपियों से केंद्रीय एजेंसियों की संयुक्त पूछताछ जारी है.
दिल्ली एयरपोर्ट सुरक्षा की सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दोनों बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान मारुफ खान और इवाना सोहेली के रूप में हुई है. दोनों के कब्जे से बरामद दस्तावेजों के अनुसार, मारुफ खान और इवाना सोहेली पति-पत्नी है. दोनों बांग्लादेश) के नबाबगंज ढाका के अंतर्गत आने वाले रिपार मासिल के रहने वाले हैं. मारुफ और इवाना को टर्मिनल-थ्री के इमीग्रेशन एरिया से संदेह के आधार पर हिरास में लिया गया था. पूछताछ में दोनों के मंसूबे साफ होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
कब्जे से मिले दो भारतीय पासपोर्ट
दिल्ली एयरपोर्ट के वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी के अनुसार, मारुफ खान और इवाना सोहेली के कब्जे से दो भारतीय पासपोर्ट भी बरामद किए गए हैं. इसमें एक पासपोर्ट तपश घोष और दूसरा पासपोर्ट शिप्रा घोष के नाम पर जारी किए गए थे. दोनों पासपोर्ट फर्जी हैं या असली, इसकी जांच भी की जा रही है. उन्होंने बताया कि दोनों बांग्लादेशी नागरिक तपश घोष और शिप्रा घोष के नाम पर जारी पासपोर्ट की मदद से टर्मिनल थ्री में दाखिल हुए थे. टर्मिनल में दाखिल होते समय दोनों के पास दिल्ली से टर्की जाने का एयर टिकट भी था
इस्तांबुल के जारी कराए बोर्डिंग पास
सुरक्षा अधिकारी के अनुसार, टर्मिनल थ्री में दाखिल होने के बाद दोनों बांग्लादेशी नागरिक इंडिगो एयरलाइंस के काउंटर पर पहुंचे. यहीं से दोनों ने इंडिगो की इंस्ताबुल (टर्की) जाने वाली फ्लाइट 6E-11 का बोर्डिंग पास हासिल किया. यहां से दोनों इमीग्रेशन काउंटर पर पहुंचे. इमीग्रेशन जांच के लिए दोनों ने इंस्ताबुल के बोर्डिंग पास के साथ तपश और शिप्रा के नाम से जारी भारतीय पासपोर्ट इमीग्रेशन अधिकारियों को सौंपे. जांच के दौरान, इमीग्रेशन अधिकारियों को कुछ हुआ. शक के आधार पर दोनों से पूछताछ शुरू की गई