अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने एक और बड़ा कारनामा कर दिखाया है. नासा ने पृथ्वी को एस्टरॉयड के खतरे से बचाने के अभ्यास के तहत अपने डार्ट मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दे दिया.सोमवार को अंतरिक्ष में 22500 KM प्रति घंटे की रफ्तार से नासा का स्पेसक्राफ्ट एस्टेरॉयड से टकराया. बता दें कि नासा इस टेस्ट के जरिए यह देखना चाहता था कि क्या धरती की तरफ आ रहे किसी एस्टरॉयड की दिशा को बदला जा सकता है या नहीं.
बताया गया कि यह टेस्ट 27 सितंबर को सुबह पौने पांच बजे हुआ, जिसमें डार्ट नामक नासा का अंतरिक्ष यान 14,000 मील प्रति घंटे यानी 22,500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से डिमॉरफोस एस्टेरॉयड से टकराया, जिसे सफल बताया गया. इस टेस्ट से वैज्ञानिकों को एस्टेरॉयड की कक्षा को बदलने और उसकी दिशा में बदलाव की उम्मीद है.
नासा के मिशन कंट्रोल की एलेना एडम्स ने इस टेस्ट के सफल होने का ऐलान किया. हालांकि, नासा के स्पेसक्राफ्ट एस्टेरॉयड से टकराया है, मगर वह किस दिशा में मुड़ा है और उसमें कितना परिवर्तन आया है, इसे लेकर डेटा आने में थोड़ा समय लगेगा, क्योंकि टक्कर के बाद डार्ट का रेडियो सिग्नल अचानक बंद हो गया था.
मिशन कंट्रोल की एलेना एडम्स ने कहा कि जहां तक हम आपको बता सकते हैं हमारा पहला ग्रह रक्षा परीक्षण यानी पृथ्वी को एस्टेरॉयड से बचाने वाला टेस्ट सफल रहा है. मुझे लगता है कि अब लोगों को चैन से सोना चाहिए. फुटबॉल स्टेडियम के बराबर डिमॉरफोस एस्टेरॉयड से स्पेसक्राफ्ट के टकराने का ऐलान होते ही कमरा तालियों से गूंज उठा और सभी जश्न मनाने लगे. बता दें कि डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्ट टेस्ट (DART) अंतरिक्ष यान को एस्टेरॉयड से टकराने का उद्देश्य था कि धरती की राह में आने वाले एस्टेरॉयड के खतरों से बचाना.