दिल्ली पुलिस (Delhi Police) कमिश्नर नियुक्त होने के बाद से राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana) पुलिस की छवि और सिस्टम को नया रूप देने का लगातार काम कर रहे हैं. जुलाई माह में नियुक्ति होने के बाद से अब तक पुलिस कमिश्नर कई बड़े फैसले भी ले चुके हैं जिसकी ना केवल महकमें में बल्कि आम पब्लिक में भी खूब सराहना की जा रही है.
पुलिस सिस्टम को और अच्छा बनाने के लिए कमिश्नर ने सबसे पहले स्टॉफ की समस्याओं को किस तरह से दूर किया जा सकता है, इसकी पहल सबसे पहलेकी गई. पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की ओर से पुलिस स्टॉफ की समस्याओं को सुनने के लिए हर शुक्रवार को ‘ओपन हाउस’ आयोजित करने का फैसला किया गया. इस ओपन हाउस की शुरुआत गत शुक्रवार से की जा चुकी है.
पहले ओपन हाउस में पुलिस कमिश्नर अस्थाना सिपाही से लेकर एसीपी स्तर तक के 40 से ज्यादा पुलिस स्टॉफ की समस्याओं को सुन भी चुके हैं. इस पर कमिश्नर की ओर से सभी समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश भी संबंधित विभागों को दिए गये. इस तरह का ‘ओपन हाउस’ दिल्ली पुलिस की ओर से पहली बार आयोजित किया गया.
बताते चलें कि पुलिस कमिश्नर पद संभालने के दौरान स्वयं कमिश्नर राकेश अस्थाना ने इस बात की घोषणा की थी कि वह पुलिस पर्सनल की समस्याओं को दूर करने के लिए ‘ओपन हाउस’ आयोजित करेंगे.
1 सितंबर से PCR यूनिट के पुलिसकर्मियों की ड्यूटी थाने से जुड़ेगी
इसके अलावा पुलिस पर्सनल के लिए सबसे बड़ा फैसला यह भी लिया गया है कि अब उनको 24 से 48 घंटे की लगातार ड्यूटी नहीं करनी होगी. पुलिस कमिश्नर के आदेशों पर अब जल्द ही पुलिस थानों में शिफ्ट व्यवस्था लागू की जाएगी. इसके लिए सबसे पहले 1 सितंबर से पीसीआर यूनिट के पुलिसकर्मियों की ड्यूटी को थाने से जोड़ा जा रहा है. इस व्यवस्था के लागू होने से पीसीआर में तैनात 8,000 से ज्यादा पुलिस पर्सनल अब थाने के लिए ड्यूटी देंगे. वह अब पीसीआर डीसीपी की जगह जिले के डीसीपी को रिपोर्ट करेंगे.
हर थाने में 4 इंस्पेक्टर नियुक्त होंगे, दो शिफ्ट में करेंगे काम
इस बीच देखा जाए तो दिल्ली पुलिस कमिश्नर की ओर से पद संभालने के दौरान थानों में पुलिस कर्मियों की शिफ्ट ड्यूटी लागू कराने की बात भी कही थी. अब इसको लेकर योजना भी तैयार की जा रही है. इस योजना के तहत हर थाने में एक एसएचओ होगा जबकि 4 इंस्पेक्टर होंगे. थाने की पूरी जिम्मेदारी एसएचओ की होगी. वहीं, थाने के 4 इंस्पेक्टर दो शिफ्ट में काम करेंगे. हर शिफ्ट में एक इंस्पेक्टर कानून व्यवस्था और इंस्पेक्टर (इन्वेस्टिगेशन) का काम संभालेंगे.
सिस्टम के विकेंद्रीकरण की भी योजना बनाई गई है. इसके तहत अब थानों में इंस्पेक्टर की नियुक्ति करने की जिम्मेदारी संबंधित जिला पुलिस उपायुक्त के पास होगी. अब यह सब कुछ तय करने का काम जिलाडीसीपी का ही होगा कि किस थाने में किस इंस्पेक्टर को नियुक्त किया जाना है? वर्तमान नियमों की बात की जाए तो अब तक इंस्पेक्टर की तैनाती पुलिस मुख्यालय (Police Head Quarters) से ही की जाती थी. अब नई व्यवस्था लागू करने के लिए सिर्फ थाना एसएचओ की नियुक्ति ही पुलिस हेड क्वार्टर से दी जाएगी.
जिलों में डीसीपी की जिम्मेदारी बढ़ाने और ज्यादा शक्तियां देने के लिहाज से ही पीसीआर यूनिट को हर जिले के साथ जोड़ा जा रहा है. आगामी 1 सितंबर सेअब पीसीआर यूनिट की पूरी जिम्मेदारी जिला डीसीपी के अधीन ही होगी. पीसीआर के सभी कर्मचारियों को जिला डीसीपी को ही रिपोर्ट करना होगा. अभी तक दिल्ली पुलिस की पीसीआर यूनिट के प्रमुख स्पेशल कमिश्नर (ऑपरेशन) होते हैं. वहीं, ज्वाइंट कमिश्नर के अलावा डीसीपी पीसीआर की भी नियुक्ति की जाती है. इस सभी को लेकर अब चरणबद्ध तरीके से नए बदलाव किए जा रहे हैं.