मुंबई की लोकल ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे ने जबरदस्त चेकिंग अभियान शुरू किया है. यह चेकिंग अभियान मुम्बई के अलग-अलग स्टेशनों पर चलाया जा रहा है. इस सघन चेकिंग अभियान के चलते महज एक सप्ताह में 40 हजार से ज्यादा बिना टिकट यात्री पकड़े गए हैं, जिनसे करीब डेढ़ करोड़ से ज्यादा का जुर्माना वसूला गया है.
रेलवे के आला अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक बेटिकट यात्रियों की संख्या में तेजी 15 अगस्त से वैक्सीन की डबल डोज लेकर 14 दिन पूरा कर चुके यात्रियों को लोकल में प्रवेश की अनुमति मिलने के बाद बढ़ी है. इस नियम के बाद लोकल में बेटिकट यात्रियों की संख्या बढ़ने की बड़ी वजह सरकार और रेलवे द्वारा सिंगल टिकट जारी करने पर अभी भी पाबंदी रखना है. कई ऐसे यात्री हैं जो महीने में एक दो बार ही यात्रा करते हैं, ऐसे में वह पास बनवाने के बजाय बेटिकट यात्रा कर रहे हैं. दूसरी वजह जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगी है, उनका न तो सीजन पास बन सकता है और न ही सिंगल टिकट मिल सकता है, इसलिए ऐसे यात्री भी बिना टिकट ही यात्रा कर रहे हैं. बेटिकट यात्रा करने वालों में दफ्तर जाने वाले और डेली कमाने वाले लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है.
मध्य रेलवे के CPRO शिवाजी सुतार ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में बेटिकट यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी को देखते हुए रेलवे ने सघन ड्राइव चलाया हुआ है. करीब 53 स्टेशनों पर इस तरह की ड्राइव चलाया गया है. पिछले एक सप्ताह में करीब डेढ़ करोड़ रुपए जुर्माने के तौर पर बेटिकट यात्रियों से वसूला गया है.
रेलवे द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक मध्य रेलवे में 15 अगस्त से 22 अगस्त के बीच 53 स्टेशनों से करीब 40 हजार बेटिकट यात्री पकड़े गए, जिनसे करीब 1.42 करोड़ रुपये जुर्माने के तौर पर वसूला गया है. पश्चिम रेलवे में 15 अगस्त से 22 अगस्त के बीच कुल 4622 बेटिकट यात्री पकड़े गए हैं,जिनसे जुर्माने के तौर पर साढ़े 12 लाख रुपये वसूले गए हैं.
रेलवे के आंकड़े बताते हैं कि 15 अगस्त के बाद से लोकल ट्रेनों में बेटिकट यात्रा तेजी से बढ़ी है. इन्ही आंकड़ो को देखते हुए सघन चेकिंग का सहारा रेलवे को लेना पड़ा है.
वैक्सीन की पहली डोज ले चुके लोगों को भी लोकल ट्रेनों में प्रवेश दिए जाने को लेकर यात्री संगठनों और यात्रियों की तरफ से लगातार मांग की जा रही है. इतना ही नही, सिंगल टिकट जारी करने को भी लेकर मांग तेजी से उठ रही है, लेकिन अब तक राज्य सरकार और रेलवे की तरफ से इस पर कोई फैसला नही हो सका है. ऐसे में रेलवे अनुमति मिलने के बाद ही यात्रा करने की अपील कर रही है.