दिंडोशी पुलिस ने बीती रात एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाई करते हुए 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर 3 पुरुषों को गिरफ्तार किया है. यह लोग अंधेरी इलाके में गांजे की खेप रखकर वहां से मुंबई के अलग-अलग इलाकों में बेचने का काम करते थे. इनमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं.
पुलिस ने उनके गोडाउन से 23 किलो गांजा बरामद किया है जिसकी कीमत करीब 2 लाख 30 हजार बताई जा रही है. इसमें खास बात यह है कि इस गोडाउन को एक गूंगा-बहरा व्यक्ति चला रहा था जबकि महिलाएं गांजे (ड्रग्स) की पुड़िया बनाकर मार्केट में बेचने का काम करती थी.
दिंडोसी पुलिस ने की सख्ती से पूछताछ
दिंडोसी के जांच अधिकारी सूरज राऊत को गोकुल धाम इलाके में एक शख्स द्वारा गांजा बेचने की जानकारी मिली थी. पुलिस ने मौके पर जाल बिछाकर जानकारी निकाली तो वह शख्स गांजे की विक्री के लिए गोकुलधाम में आया था. पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर जांच पड़ताल की तो उसके पास से 50 ग्राम गांजा बरामद हुआ. पुलिस ने जब कड़ाई से गांजा तस्कर और उनके लोकेशन की जानकारी निकाली तब उसने बताया कि अंधेरी पूर्व एमआईडीसी इलाके में एक गोडाउन है जहां से गांजे की तस्करी की जाती है.
छापेमारी में 23 किलो गांजा बरामद
पुलिस अपनी टीम के साथ पते पर पहुंची और छापा मारा जहां से करीब 23 किलो गांजा बरामद किया गया. जिसकी देखरेख एक गूंगा बहरा कर रहा था. पुलिस ने मौके से 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया जबकि दोनों महिलाओं को समन भेजा गया. गिरफ्तार आरोपियों के नाम अशरफ सय्यद (30) महेश शांतिलाल बिंद 33 (गूंगा बहरा) मोबिन महबूब सय्यद (25) हैं. यह सभी संतोष नगर इलाके के रहने वाले हैं. मुख्य आरोपी अशरफ सैय्यद के ऊपर मुंबई के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में कई मामले दर्ज है.