मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 11 को मिली ख़ुफ़िया जानकारी के आधार पर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने जाल बिछाकर 7 लोगों को 7 करोड़ रुपए की नक़ली नोट के साथ गिरफ़्तार किया. क्राइम ब्रांच की यूनिट 11 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षण विनायक चव्हाण ने बताया की हमें पता चला था की कुछ लोग एक गाड़ी में दहिसर चेकनाका के पास आने वाले हैं जिनके पास करोड़ों रुपए के नक़ली नोट होंगे.
विनायक चव्हाण के अनुसार क्राइम ब्रांच की एक टीम दहिसर चेक नाके पर गई और ट्रैप लगाया और जानकारी के मुताबिक़ ससपेक्टेड कार को रोक और जांच की तो इस गाड़ी से 5 करोड़ रुपए बरामद हुए. पकड़े गए ये सारे नोट 2000 हज़ार रुपए के थे और कुल 25 हज़ार नोट बरामदे हुए थे, जिनका 100- 100 की संख्या में बंडल बनाया गया था. उनकी टीम ने उस कार से 4 लोगों को हिरासत में लिया गया.
पुलिस को इस कार से 4 आरोपी भी मिले जिनसे पूछताछ की गई तो उन आरोपियों ने उनके दूसरा साथियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया की ये लोग अंधेरी इलाक़े में स्थित होटेल अम्फा में रुके है और उनके पास और भी नक़ली नोट होने की बात कही, इसके बाद क्राइम ब्रांच ने तुरंत एक टीम बनाई और वो टीम उस होटेल में गई और छापेमारी की क्राइम ब्रांच को वहां से 2000 हज़ार की कुल 10000 नोट बरामद हुआ जो की कुल 2 करोड़ रुपए थे.
इस तरह से इस मामले में क्राइम ब्रांच को 7 करोड़ रुपए के नक़ली नोट मिले और इस मामले में कुल 7 लोगों को गिरफ़्तार किया गया. इन आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया गया जहां पर उन्हें 31 जनवरी तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है. चव्हाण ने बताया की ये सारे नोट 2000 रुपए के थे और इनकी क्वालिटी मीडियम थी यानी की ये इस हद तक असली लगते थे की इसे बड़ी आसानी से भीड़भाड़ वाली जगह पर इस्तेमाल किया जा सकता था.
इसके अलावा पुलिस ने आरोपियों के पास से 7 मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, 28170 रुपये कैश और एक लैपटॉप भी बरामद किया है. इस मामले के सामने आने के बाद NIA और IB की टीम भी यह पता लगाने में जुट गई है की आख़िर ये आरोपी नोट कहां से प्रिंट कराकर लाते थे और क्या इनका कोई आतंकी लिंक तो नहीं है. इसके अलावा पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है की क्या इस नेक्सस से जुड़े लोगों का दूसरे देशों से संबंध तो नहीं है.