मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले रविशंकर प्रसाद, हर्षवर्धन और प्रकाश जावड़ेकर सहित 12 मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. मंत्रिमंडल से बाहर होने के बाद रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर को जल्द ही बीजेपी में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है. दोनों नेताओं को पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव या राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है. साथ ही चुनावी राज्यों का प्रभारी की अहम ज़िम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है.
अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं और संभावना जताई जा रही है कि इसको मद्देनजर रखते हुए रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, निशंक और हर्षवर्धन सहित कुछ नेताओं को संगठन में शामिल कर चुनावी राज्यों की जिम्मेदारी दी जा सकती है. प्रसाद और जावड़ेकर पहले भी बीजेपी संगठन में अहम भूमिका निभा चुके हैं. निशंक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रहे हैं जबकि हर्षवर्धन दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं.
पार्टी में लागू है एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत
7 जुलाई को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में हुए फेरबदल व विस्तार में बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी सहित पार्टी संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियां संभाल रहे पांच नेताओं को मंत्री बनाया गया है. बीजेपी में एक व्यक्ति, एक पद का सिद्धांत लागू है, इसलिए माना जा रहा है कि सरकार में शामिल किए गए नेताओं की जगह संगठन में नए लोगों को जिम्मेदारी दी जा सकती है.