पश्चिम बंगाल (West Bengal) की नव गठित विधानसभा में राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) के अभिभाषण के दौरान हुए हंगामे को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को भाजपा पर निशाना साधा. राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के उप नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शुक्रवार को विपक्षी दल ने सदन में जो किया वह ‘लोकतंत्र पर धब्बा’ है. उन्होंने कहा, ‘राज्यपाल के अभिभाषण को सुनने का मतलब यह नहीं है कि आप इसमें हर चीज का बिना सोचे विचारे समर्थन करते हैं. यह एक शिष्टाचार है. अभिभाषण के बारे में जो भी आपत्ति है उसे धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में उठाया जा सकता है.’
पश्चिम बंगाल में नव गठित विधानसभा का उद्घाटन सत्र शुक्रवार को हंगामे के साथ शुरू हुआ था. दरअसल, राज्यपाल जगदीप धनखड़ को अपना अभिभाषण विपक्षी भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण संक्षिप्त करने के लिए मजबूर होना पड़ा. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने राज्यपाल के अभिभाषण में विधानसभा चुनाव बाद हुई हिंसा का कोई जिक्र नहीं होने पर आपत्ति जताते हुए सदन में हंगामा किया था
रॉय ने आरोप लगाया कि भाजपा बंगाल को विभाजित करने की साजिश रच रही है. उन्होंने लोगों से ऐसे किसी भी प्रयास को विफल करने का अनुरोध किया. उन्होंने राज्य में सात विधानसभा सीटों पर जल्द से जल्द उपचुनाव करवाने की मांग भी दोहराई. उन्होंने कहा, ‘अप्रैल में कोविड-19 के मामले बढ़ने के बावजूद निर्वाचन आयोग ने चुनाव करवाए और अब जब संक्रमण दर इतनी कम हो गई है तो उप चुनाव क्यों नहीं करवाए जा रहे.’
रॉय ने कहा कि टीएमसी जल्द ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता को बर्खास्त करने का अनुरोध करेगी जिन्होंने राज्य में विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी से कथित तौर पर मुलाकात की थी.
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