सरकार बजट 2023 में खिलौनों, साइकिलों, चमड़े और जूतों के विनिर्माताओं को मदद करने के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजना से जोड़ सकती है. सूत्रों ने कहा कि सरकार की आगामी बजट में इन उद्योगों को वित्तीय प्रोत्साहन देने की संभावना है क्योंकि सरकार अधिक रोजगार संभावित क्षेत्रों को कवर करने के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना का विस्तार करना चाहती है. सरकार ऐसे सेक्टर पर फोकस कर रही है जिनमें ज्यादा देने की सक्षमता और संभावना है.
अधिकारी के मुताबिक, सरकार घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और रोजगार सृजित करने के उद्देश्य से विभिन्न क्षेत्रों जैसे चमड़ा, साइकिल, कुछ वैक्सीन मैटेरियल और कुछ दूरसंचार प्रोडक्ट्स के लिए पीएलआई योजना पर विचार कर रही है. इन क्षेत्रों के अलावा खिलौनों, कुछ केमिकल और शिपिंग कंटेनरों के लिए भी पीएलआई लाभों पर विचार किया जा रहा है.
14 सेक्टरों के लिए PLI स्कीम का हो चुका ऐलान
सरकार ने ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स, व्हाइट गुड्स, फार्मा, टेक्सटाइल्स, फूड प्रोडक्ट्स, हाई एफिशिएंसी सोलर पीवी मॉड्यूल्स, एडवांस केमिस्ट्री सेल और स्पेशियलिटी स्टील सहित 14 क्षेत्रों के लिए लगभग 2 लाख करोड़ रुपये के ऑटोले के साथ इस योजना को पहले ही शुरू कर दिया है.
40,916 लोगों को मिला रोजगार
एक सरकारी बयान के अनुसार, सितंबर 2022 तक, एलएसईएम के लिए पीएलआई योजना ने 4,784 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया है, और 80,769 करोड़ रुपये के निर्यात सहित कुल 2,03,952 करोड़ रुपये का उत्पादन हुआ है. इस योजना से 40,916 लोगों को रोजगार भी मिला है. इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के 2025-26 तक बढ़कर 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है.