कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने या युद्धक सामग्री की तस्करी को लेकर पाकिस्तानी पक्ष में भारी हताशा है, क्योंकि घाटी में आतंकवादियों की संख्या और हथियारों तथा गोला-बारूद की मात्रा अब तक के सबसे कम स्तर पर है. सेना के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह बात कही. सेना की 19 इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल अजय चांदपुरिया ने उरी के हथलंगा क्षेत्र में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सुरक्षाबलों द्वारा भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए जाने के बाद बारामूला में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की.
उन्होंने कहा, “कश्मीर घाटी में स्थिति सामान्य है और आतंकवादियों की संख्या तथा हथियारों एवं गोला-बारूद की उपलब्धता अब तक के सबसे निचले स्तर पर है. इसलिए, दूसरी ओर से आतंकवादियों की घुसपैठ या युद्धक सामग्री जैसी चीजों की तस्करी को लेकर वहां भारी हताशा है.”
जानकारी को लेकर किया जा रहा काम
सेना के अधिकारी ने हथियारों की बरामदगी का जिक्र करते हुए कहा कि सुरक्षाबलों को नियमित रूप से इस तरह की खबरें मिलती रहती हैं और अभी यह नहीं कहा जा सकता कि इस तरह की सामग्री को हासिल करने का यह आतंकवादियों का प्रयास था या तस्करों का.
उन्होंने कहा, “हम अभी भी जानकारी को लेकर काम कर रहे हैं और कुछ विवरण साझा नहीं किए जा सकते, लेकिन लॉन्चपैड के पास एक गतिविधि हुई. संभवत: वे (आतंकवादी) घबरा गए और युद्धक सामग्री जैसी चीजों को छोड़कर उस तरफ भाग गए.’’