देश के तमाम शहरों में रोपवे चलाने की तैयारी है. अभी तक रोपवे केवल पहाड़ी इलाकों में चलाए जा रहे थे, लेकिन अब केन्द्र सरकार इन्हें पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ अरबन ट्रांसपोर्ट के विकल्प के रूप में विकसित कर रहा है. यही वजह है कि रोपवे निर्माण करने वाली नेशनल हाईवे आथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की कंपनी नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट लि. को रोपवे निर्माण के लिए 20 राज्यों से 256 प्रस्ताव मिल चुके हैं.
एनएचएलएमएल के सीईओ प्रकाश गौड़ ने बताया कि इसमें से कई के काम आवार्ड हो चुके हैं और कई टेंडर जारी कर दिए हैं. वहीं, तमाम जगहों में सर्वे कराकर फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है. एनएचएलएमलए के अनुसार अभी तक मिले प्रस्ताव में करीब 20 फीसदी यानी 48 प्रस्ताव उत्तराखंड के मिले हैं. इसके अलावा दक्षिण से लेकर पूर्वोतर तक के लगभग सभी राज्यों से प्रस्ताव मिल चुके हैं. दूसरे नंबर से आन्ध्र प्रदेश से और तीसरे नंबर पर केरल है.
वाराणसी से होगी रोपवे की शुरुआत
एनएचएलएमएल के सीईओ के अनुसार वाराणसी में रोपवे के लिए जमीन का अधिग्रहण इस वर्ष तक पूरा कर लिया जाएगा। टेंडर क्वालीफाई करने वाली कंपनी को काम जुलाई तक आवार्ड कर दिया जाएगा। शर्तों के अनुसार काम अवार्ड होने के बाद 18 माह में प्रोजेक्ट का काम पूरा करना होता है। इस तरह जुलाई में आम अवार्ड करने की तैयारी है। 18 माह यानी फरवरी 2024 तक काम पूरा होने की संभावना है।
किस राज्य से कितने प्रस्ताव
उत्तराखंड -48
आन्ध्र प्रदेश-25
केरला-23
तमिलनाडु-21
महाराष्ट्र-20
जम्मू कश्मीर-18
मध्य प्रदेश-17
कर्नाटक-15
नगालैंड-13
गुजरात-11
उत्तर प्रदेश-13
पंजाब-5
मिजोरम-5
हिमाचल प्रदेश -5
असम-4
त्रिपुरा-4
अरुणाचल प्रदेश-4
मणिपुर-3
हरियाणा-1