पिछले साढ़े तीन सालों में मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) के औसत किराए में 29% तक की वृद्धि हुई है. क्रेडाई-एमसीएचआई (CREDAI-MCHI) और डेटा एनालिटिक्स कंपनी सीआरई मैट्रिक्स (CRE Matrix) के एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है. सर्वेक्षण में कहा गया है कि दिसंबर 2018 की तुलना में, एमएमआर के 80 से अधिक माइक्रो-मार्केट में औसत मासिक किराया अगस्त 2022 में 4 फीसदी से 29 फीसदी के बीच बढ़ गया.
एमएमआर प्रॉपर्टी रेंटल ट्रैकर रिसर्च ने मुंबई, पालघर, रायगढ़ और ठाणे में ग्रेड-ए स्ट्रक्चर्स में दो-बेडरूम अपार्टमेंट के लिए हाउसिंग रेंटल में ट्रेंड्स की जांच की, जो 7 से 8 साल से अधिक पुराने नहीं हैं.
पिछले 2 सालों में औसत मासिक किराए में 8-18 फीसदी की वृद्धि
सितंबर में एनारॉक की एक रिपोर्ट के अनुसार, 7 प्रमुख शहरों में लक्जरी आवासीय कॉलोनियों के कैपिटल वैल्यू में 2-9 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि पिछले 2 सालों में औसत मासिक किराए में 8-18 फीसदी की वृद्धि हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर, एमएमआर, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे के अपस्केल कॉलोनियों में लग्जरी रेजिडेंशियल प्रॉपर्टीज की मांग बढ़ी है.
वर्ली का किराया ₹2 लाख प्रति माह से बढ़कर ₹2.35 लाख प्रति माह
2,000 वर्ग फुट वाले लग्जरी आवासों के लिए, मुंबई के वर्ली का किराया ₹2 लाख प्रति माह से बढ़कर ₹2.35 लाख प्रति माह हो गई है. कोविड से पहले, 2 साल की लक्जरी किराए की दरों में वार्षिक वृद्धि 5-7% के बीच थी.
आंकड़ों के अनुसार, जेपी नगर, बेंगलुरु में औसत मासिक किराया 2022 में 2,000 वर्ग फुट के साथ 13% बढ़कर 52,000 रुपये प्रति फ्लैट हो गया, जो 2020 में 46,000 रुपये था. हैदराबाद के हाईटेक सिटी में औसत मासिक किराया 2,000 वर्ग फुट वाले प्रत्येक फ्लैट के लिए 11 फीसदी बढ़कर 59,000 हो गया. कैपिटल प्राइस 7 फीसदी बढ़कर $6,100 प्रति वर्ग फुट हो गया.
चेन्नई के अन्ना नगर में औसत मासिक किराया 13 फीसदी बढ़ा
2,000 वर्ग फुट वाले प्रीमियम अपार्टमेंट के लिए, चेन्नई के अन्ना नगर में औसत मासिक किराया 56,000 रुपये से 13 फीसदी बढ़कर 63,000 रुपये हो गया. कैपिटल प्राइस 11,300 रुपये प्रति वर्ग फुट से 5 फीसदी बढ़कर 11,850 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया.