रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) बुधवार को भारत चीन सीमा से जुड़े हुए औली, माणा इलाकों में पहुंचे जहां उन्होंने भारतीय सेना के जवानों से मुलाकात की. विजयादशमी के पावन पर्व पर सेना में प्रयोग होने वाले विभिन्न हथियारों की पूजा की इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत पहला देश है जहां अस्त्रों की पूजा होती है. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत में अष्टमी की पूजा के साथ-साथ शास्त्रों की भी पूजा होती है अपने आप में अनोख परंपरा है.
राजनाथ सिंह ने जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया और कहा कि केंद्र की मोदी सरकार हमारे देश के जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कठिन से कठिन परिस्थितियों में खड़ी है समस्याएं जो भी हो सरकार सब का समाधान करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि आज भारत देश की पहचान अलग से विदेशों में भी स्थापित हो चुकी है पहले यह चीजें नहीं थी. दुश्मन हमारे देश को आंख उठाकर नहीं देख सकता है. अगर हमें छेड़ोगे तो हम छोड़ेंगे नहीं यह भारत देश के सैनिक की पहचान है.
भारतीय सेना के जवानों के साथ मुलाकात की
इस दौरान भारतीय सेना के जवानों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मिलकर विजयादशमी का पावन पर्व मनाया, मिठाई खाई और यादों के लिए कुछ तस्वीरें भी लीं. उसके बाद राजनाथ सिंह भारत की सीमा से जुड़े हुए म्हारा गांव के पास आर्मी सेंटर पहुंचे. उन्होंने भारतीय सेना के जवानों के साथ मुलाकात करते हुए विजयादशमी का पावन पर्व मनाया और उसके बाद भगवान बद्री विशाल के दर्शन किए.