आधार इनेबेल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) से अब धोखाधड़ी से किसी भी तरह का लेनदेन नहीं किया जा सकेगा. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने एईपीएस में एक नया सिक्योरिटी फीचर जोड़ दिया है. फिंगरप्रिंट ‘लाइवलीआधार इनेबेल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) से अब धोखाधड़ी से किसी भी तरह का लेनदेन नहीं किया जा सकेगा. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने एईपीएस में एक नया सिक्योरिटी फीचर जोड़ दिया है. फिंगरप्रिंट ‘लाइवलीनेस’ (Fingerprint liveliness) नामक यह नया फीचर AEPS के जरिए पैसा निकालने के लिए फेक फिंगरप्रिंट्स को रोकने में मददगार है. यूआईडीएआई ने नया फीचर सिलिकॉन पेड पर बनाए गए फिंगर प्रिंट का प्रयोग कर वित्तीय धोखाधड़ी की खबरें आने के बाद लॉन्च किया है.
आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम एक बैंक आधारित मॉडल है. इसमें आधार आधारित बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करके पैसे का लेनदेन किया जाता है. इसमें बैंक ग्राहक अपने आधार से जुड़े बैंक अकाउंट पर बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंस के जरिए कैश डिपॉजिट, कैश निकालना, इंट्राबैंक और इंटर बैंक कैश ट्रांसफर तथा बैलेंस इन्क्वॉयरी जैसे काम कर सकता है.नेस’ (Fingerprint liveliness) नामक यह नया फीचर AEPS के जरिए पैसा निकालने के लिए फेक फिंगरप्रिंट्स को रोकने में मददगार है. यूआईडीएआई ने नया फीचर सिआधार इनेबेल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) से अब धोखाधड़ी से किसी भी तरह का लेनदेन नहीं किया
अवैध लेनदेन पर लगेगी लगाम
ईजीपे के फाउंडर और सीईओ शम्स तबरेज ने कहा कि नए सिक्योरिटी फीचर से धोखाधड़ी वाले फिंगरप्रिंट और अवैध लेनदेन को ट्रैक करने में मदद मिलेगी. यह बेहतर ऑथेंटिकेशन और सिक्योरिटी सुनिश्चित करेगा. हाल के दिनों में जालसाजी और धोखाधड़ी की कई घटनाएं हुई हैं. तबरेज के अनुसार वर्तमान में, सरकार के पास देश में लगभग 50 लाख आधार इनेबल्ड PoS मशीनें हैं. जा सकेगा. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने एईपीएस में एक नया सिक्योरिटी फीचर जोड़ दिया है. फिंगरप्रिंट ‘लाइवलीनेस’ (Fingerprint liveliness) नामक यह नया फीचर AEPS के जरिए पैसा निकालने के लिए फेक फिंगरप्रिंट्स को रोकने में मददगार है. यूआईडीएआई ने नया फीचर सिलिकॉन पेड पर बनाए गए फिंगर प्रिंट का प्रयोग कर वित्तीय धोखाधड़ी की खबरें आने के बाद लॉन्च किया है.
आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम एक बैंक आधारित मॉडल है. इसमें आधार आधारित बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करके पैसे का लेनदेन किया जाता है. इसमें बैंक ग्राहक अपने आधार से जुड़े बैंक अकाउंट पर बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंस के जरिए कैश डिपॉजिट, कैश निकालना, इंट्राबैंक और इंटर बैंक कैश ट्रांसफर तथा बैलेंस इन्क्वॉयरी जैसे काम कर सकता है.लिकॉन पेड पर बनाए गए फिंगर प्रिंट का प्रयोग कर वित्तीय धोखाधड़ी की खबरें आने के बाद लॉन्च किया है.
आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम एक बैंक आधारित मॉडल है. इसमें आधार आधारित बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करके पैसे का लेनदेन किया जाता है. इसमें बैंक ग्राहक अपने आधार से जुड़े बैंक अकाउंट पर बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंस के जरिए कैश डिपॉजिट, कैश निकालना, इंट्राबैंक और इंटर बैंक कैश ट्रांसफर तथा बैलेंस इन्क्वॉयरी जैसे काम कर सकता है.
इस तरह हो रही है धोखाधड़ी
पिछले कुछ समय से किसी ओर के फिंगरप्रिंट का प्रयोग कर आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम से फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की खबरें सामने आई थीं. जांच में पता चला था कि जालसाजों ने लोगों के फिंगरप्रिंट्स सरकारी वेबसाइट पर अपलोड किए लैंड रिकॉर्ड्स से कॉपी किए थे. इनको फिर सिलिकॉन पेड पर उकेरकर, लोगों के बैंक खातों में सेंध लगाई गई.