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अलर्ट स्पेन में मंकीपॉक्स से 2 दिनों में दूसरी मौत, 80 देशों में 21 हजार से अधिक मामले

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स्पेन में मंकीपॉक्स से एक और व्यक्ति की मौत हो गई. पिछले दो दिनों में मंकीपॉक्स से मौत का यह दूसरा मामला है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी. मंत्रालय ने मृतकों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है. इस वायरस से पहली मौत का मामला शुक्रवार को सामने आया था. मई से दुनिया के करीब 80 देशों में मंकीपॉक्स के 21,000 से ज्यादा मामले आ चुके हैं. अफ्रीका में इस वायरस से 75 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से ज्यादातर मौतें नाइजीरिया और कांगो में हुई. ब्राजील में भी मंकीपॉक्स से एक व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है.

स्पेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि देश में इस वायरस से अब तक 4,298 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से करीब 3,500 पुरुष ऐसे हैं, जिन्होंने अन्य पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाए. संक्रमितों में केवल 64 महिलाएं हैं. मंत्रालय ने बताया कि मंकीपॉक्स से संक्रमित 120 लोगों को अब तक अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यूरोपीय संघ के संयुक्त टीका कार्यक्रम के तहत देश को टीके की 5300 खुराक मिल चुकी है.

मंकीपॉक्स क्या है?
मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है. यह पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था. मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था. यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में होता है और कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में पहुंच जाता है.

मंकीपॉक्स बीमारी के लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, मंकीपॉक्स आमतौर पर बुखार, दाने और गांठ के जरिये उभरता है और इससे कई प्रकार की चिकित्सा जटिलताएं पैदा हो सकती हैं. रोग के लक्षण आमतौर पर दो से चार सप्ताह तक दिखते हैं, जो अपने आप दूर होते चले जाते हैं. मामले गंभीर भी हो सकते हैं. हाल के समय में, मृत्यु दर का अनुपात लगभग 3-6 प्रतिशत रहा है, लेकिन यह 10 प्रतिशत तक हो सकता है. संक्रमण के वर्तमान प्रसार के दौरान मौत के सिर्फ दो मामले स्पेन से आए हैं.

मंकीपॉक्स संक्रमण का प्रसार कैसे होता है?
मंकीपॉक्स किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क के माध्यम से या वायरस से दूषित सामग्री के माध्यम से मनुष्यों में फैलता है. ऐसा माना जाता है कि यह चूहों, चूहियों और गिलहरियों जैसे जानवरों से फैलता है. यह रोग घावों, शरीर के तरल पदार्थ, श्वसन बूंदों और दूषित सामग्री जैसे बिस्तर के माध्यम से फैलता है. यह वायरस चेचक की तुलना में कम संक्रामक है और कम गंभीर बीमारी का कारण बनता है. स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इनमें से कुछ संक्रमण यौन संपर्क के माध्यम से संचरित हो सकते हैं. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वह समलैंगिक या उभयलिंगी लोगों से संबंधित कई मामलों की भी जांच कर रहा है

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