भारत ने कहा है कि देश में छोटे तथा हल्के हथियारों के इस्तेमाल पर लगाम लगाने के लिए कड़े कानून होने के बावजूद उसकी सुरक्षा एजेंसियां सीमा पार से अवैध रूप से तस्करी कर लाये गए हजारों हथियार हर साल जब्त करती हैं. विदेश मंत्रालय के निरस्त्रीकरण एवं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विभाग में अतिरिक्त सचिव संदीप आर्य ने कहा, ‘‘आतंकवादियों, सशस्त्र समूहों और अन्य गैरकानूनी संगठनों को छोटे तथा हल्के अवैध हथियारों की आपूर्ति में जारी वृद्धि से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि संयुक्त राष्ट्र के ‘प्रोग्राम ऑफ एक्शन’ के क्रियान्वयन के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है.”
‘प्रोग्राम ऑफ एक्शन ऑन स्माल आर्म्स एंड लाइट वेपन्स’ (छोटे हथियारों और हल्के हथियारों के खिलाफ कार्रवाई का कार्यक्रम)(यूएनपीओए) की सोमवार को आयोजित आठवीं द्विवार्षिक बैठक में आर्य ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के इस कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन को छोटे तथा हल्के हथियारों के अवैध व्यापार को समाप्त करने के बहुपक्षीय प्रयासों के महत्वपूर्ण अंग के तौर पर देखता है. उन्होंने कहा, “हम सशस्त्र संघर्ष और आतंकवाद से निपटने में यूएनपीओए की भूमिका के महत्व को विशेष रूप से अहमियत देते हैं. आतंकवाद दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है. देश में छोटे तथा हल्के हथियारों के नियंत्रण के लिए कड़ा कानून होने के बावजूद भारत की सुरक्षा एजेंसियां हर साल हजारों की संख्या में अवैध हथियार जब्त करती हैं जिन्हें सीमा पार से तस्करी कर लाया जाता है.”
विज्ञापन