भारत-नेपाल के लोगों के बीच काफी करीबी संबंध है. इसके चलते दोनों देशों के लोगों का अक्सर ही आना-जाना होता रहता है. पिछले कुछ वर्षों से अराजक तत्व इस आपसी सद्भाव की आड़ में नापाक इरादों को अंजाम देने में जुटे हैं. इसे देखते हुए सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने की कोशिशें लगतार की जा रही हैं. इसी क्रम में भारत और नेपाल के सुरक्षा अधिकारियों के बीच अहम बैठक हुई है. इस बैठक में सुरक्षा को लेकर नई रणनीति पर सहमति बनी है. दोनों देशों के सुरक्षाबलों ने इस पर सहमति जताते हुए अराजक तत्वों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने की बात कही है.
जानकारी के अनुसार, भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा बढ़ाने के लिए दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बैठक हुई है. बैठक में सीमा सुरक्षा बल के 21वीं वाहिनी और नेपाल के एपीएफ नवल परासी तथा चितवन के कमांडेंट स्तर के अधिकारी शामिल हुए. दरअसल, भारत-नेपाल की सरहद पर चौकसी बढ़ाने के लिए पहल तेज कर दी गई है. इंडो-नेपाल सीमा की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए लगातार कोशिशें की जा रही हैं. बैठक सीमा चौकी रामपुरवा स्थित कैंप में हुई. इसमें मानव तस्करी, शराब तस्करी, मानव व्यापार, सुरक्षा, वन संपदा व वन्य जीव की तस्करी आदि पर दोनों देश के अधिकारियों ने चर्चा की. इसके साथ ही सीमा पर अपराधियों और आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए सूचनाओं के आदान-प्रदान करने पर भी सहमति बनी.
इस बात को लेकर दोनों देश के अधिकारियों के बीच सहमति बनी की अगर कोई भी संदेह के घेरे में आ रहा है, तो उसे तुरंत पकड़ कर उससे पूछताछ की जाए, ताकि अपराधियों पर नकेल कसा जा सके. बैठक के दौरान नेपाल और भारत के बीच मैत्री पूर्ण खेल के आयोजन को लेकर भी चर्चा हुई. दोनों देशों के अधिकारियों ने आपसी सहयोग एवं अपराधियों की सूची आदान-प्रदान के साथ आपसी तालमेल बनाए रखने पर भी विचार-विमर्श किया.
इस अवसर पर एसएसबी की ओर से श्रीप्रकाश (कमांडेंट 21वीं वाहिनी), पंकज डंगवाल (65वीं वाहिनी), रूप कुमार क्षेत्री (एसपी 26वीं वाहिनी, एपीएफ नेपाल), नवीन कुमार अगरीहारी (17वीं वाहिनी चितवन), वीरभद्र नाथ (एपीएफ इंस्पेक्टर), संतोष थापा, देवेंदर महाराज आदि अधिकारी मौजूद थे.