देश में कल यानि 28 जून से एक बार फिर से मॉनसून (Monsoon) के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है. मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि मध्य भारत के साथ-साथ देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में भी व्यापक बारिश होगी. जुलाई के शुरुआती हफ्ते में अच्छी खासी बारिश दर्ज की जाएगी. पश्चिमी राजस्थान के साथ-साथ गुजरात के कच्छ क्षेत्र में अच्छी बारिश हो सकती है. वहीं, जून का महीना मॉनसून की सामान्य बारिश के साथ खत्म हो जाएगा.
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट का कहना है कि जुलाई का पहला हफ्ता मध्य और उत्तर पश्चिम भारत के लिए बरसात का रहने वाला है. जुलाई की शुरुआती अवधि के दौरान पश्चिमी राजस्थान के साथ-साथ गुजरात के कच्छ क्षेत्र में अच्छी बारिश हो सकती है.
एजेंसी के विशेषज्ञों ने कहा कि 24 जून को बारिश की कमी -4% थी. इसके बाद बारिश की कमी और बढ़ी. 27 जून तक मॉनसून (Monsoon 2022) का पुनरुद्धार कमजोर होता दिख रहा है. पूर्वी पश्चिम की ट्रफ रेखा एक बार फिर उत्तरी मैदानी इलाकों के ऊपर दक्षिण की ओर बढ़ेगी, जिससे बंगाल की खाड़ी से पूर्वी और दक्षिण पूर्वी हवाओं की वृद्धि होगी.
उनका कहना है कि इस साल मॉनसून की शुरुआत कमजोर रही. जून के पहले पखवाड़े तक पूरे भारत में बारिश सामान्य से कम रही. उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में भारी बारिश की कमी थी. जून के दूसरे पखवाड़े के दौरान बारिश की गतिविधियों ने गति पकड़ ली और 22 जून तक देश की मानसूनी बारिश ब्रेक ईवन हो गई. इसके तुरंत बाद, उत्तर पश्चिमी भारत और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों का मौसम शुष्क हो गया, क्योंकि आर्द्र पूर्वी हवाओं को शुष्क और गर्म पश्चिमी हवाओं द्वारा बदल दिया गया था.