अक्सर माना जाता है कि भारतीय सोना या शेयर बाजार में सबसे ज्यादा निवेश करते हैं. लेकिन जेफरिज की एक रिपोर्ट कुछ अलग ही कहानी बताती है. अब आप सोचेंगे कि सबसे निवेश कहां हो रहा है? रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीयों का पसंदीदा निवेश विकल्प रियल एस्टेट बना हुआ है.
मार्च 2022 में भारतीय द्वारा घरेलू बचत का लगभग आधा हिस्सा रियल एस्टेट संपत्तियों में निवेश किया गया है. बैंक जमा और सोना भारतीय परिवारों के बीच दूसरा और तीसरा सबसे पसंदीदा संपत्ति निवेश विकल्प है. जेफरीज की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2022 में 10.7 लाख डॉलर की भारतीय परिवारों की संपत्ति में से 49.4 प्रतिशत अचल संपत्ति संपत्तियों में निवेश किया गया है. वहीं, भारतीय परिवारों की बचत का 15 प्रतिशत सोने में निवेश किया गया था.
ज्यादा निवेश के साथ ज्यादा धोखाधड़ी भी
रियल एस्टेट सेक्टर में जितना ज्यादा निवेश है उतना ज्यादा फ्रॉड यानी धोखाधड़ी. अगर आप सावधान नहीं रहेंगे तो आपका पैसा डूब सकता है. बहुत सारे लोग सही जानकारी के आभाव में अक्सर कई बड़ी गलतियां कर देते हैं. निवेश का कौन सा विकल्प दूसरे से बेहतर है या ज्यादा फायदेमंद है इसकों लेकर सवाल हमेशा बना रहता है.
स्थिरता ज्यादा और उतार चढ़ाव कम
इस सेक्टर में निवेश की मुख्य वजह लोगों का ये मानना है कि शेयर बाजार और सोने में निवेश से अच्छे रिटर्नस मिल सकते हैं लेकिन रियल एस्टेट की तुलना में इन सभी विकल्पों में कम स्थिरता और ज्यादा उतार चढ़ाव हैं. उनका मानना है कि रियल ऐस्टेट में सोच से ज्यादा लाभ कमाया जा सकता है. साथ ही आपको समय समय पर व्यवस्थित संगठनों के माध्यमों से राय, जानकारी और मदद भी मिल सकती है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कुछ बातों पर गौर करने और जरुरत के लिहाज से सही प्रॉपर्टी का चुनाव करने से आप भविष्य के लिए एक मजबूत निवेश को खड़ा कर सकते हैं.
सबसे पहले आपको एक प्रॉपर्टी में क्या विशेष रुप से चाहिए उसको लिख लें.
किस एरिया में प्रॉपर्टी चाहिए इसका भी चुनाव कर लें.
चुने गए एरिया के बेस्ट ब्रोकरों से संपर्क करें और फिर अपनी जरुरते उनसे साझा करें.
कोशिश करें कि डिवेलप्ड एरिया के बजाए डिवेलपिंग ऐरिया का चुनाव करें ताकि आगे चलकर प्रापर्टी के दाम में अधिक बढ़ौतरी का स्कोप बना रहे.
कम से कम 5 बिल्डरों के प्रोजेक्टस को शॉर्टलिस्ट कर उनके खरीददारों से फीडबैक लें.
रेरा से जांच पड़ताल करें
इन सभी बातों को ध्यान में रखने के बाद इनमें से अपनी मनपसंद प्रॉपर्टी को फाइनल कर लें. फिर इसके बाद रेरा से बिल्डर और उसके इतिहास को लेकर सभी जानकारी हासिल करे ताकि फ्रॉड से बचा जा सके. अंत में भारतीय स्टेट बैंक में होम लोन के लिए अपलाय कर लें. दरअसल भारतीय स्टेट बैंक आपके और आपके बिल्डर के तमाम दस्तावेजों को बारिकी से चेक करने के बाद ही ऋण अप्रूव करता है.