यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के बीच रूस की मुश्किलें रोज बढ़ती ही जा रही हैं. हालांकि, आपदा की इस घड़ी में भारत के लिए कुछ अवसर भी बनते दिख रहे हैं. नई उम्मीद रूस से सस्ते सोने के आयात को लेकर बनी है, क्योंकि अमेरिका-यूरोप अब रूस से सोना आयात पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को कहा कि जी-7 के सदस्य देश रूस से सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करने जा रहे हैं. यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद लगाए जा रहे प्रतिबंधों की कड़ी में यह नई पाबंदी होगी. दुनिया के सात प्रमुख विकसित देशों के संगठन जी-7 की जर्मनी में म्यूनिख के पास एलमौ में शिखर बैठक होने वाली है. इसी बैठक में रूस से सोने के आयात पर पाबंदी लगाने की औपचारिक घोषणा की जाएगी. अनुमान है कि मंगलवार को जी-7 देश इस बारे में अंतिम फैसला लेंगे.
बाइडन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि ईंधन के बाद सोना रूस का दूसरा बड़ा निर्यात है. ऐसी स्थिति में रूस से सोने का आयात प्रतिबंधित किए जाने से रूस के लिए वैश्विक बाजारों में शिरकत कर पाना मुश्किल हो जाएगा. इस बीच बाइडन ने भी अपने ट्विटर संदेश में कहा कि रूस अपने सोने की बिक्री से अरबों डॉलर कमाता है. इस पर प्रतिबंध लगाने से उसे बड़ा आर्थिक नुकसान होगा.
भारत के लिए क्या अवसर
बाजार के जानकारों का कहना है कि पश्चिमी देशों में क्रूड की तरह सोने के आयात पर भी प्रतिबंध लगने के बाद रूस एक बार फिर भारत की ओर रुख कर सकता है. अप्रैल में रूस ने भारत को सस्ती कीमत पर कच्चा तेल खरीदने की पेशकश की थी, जिसके बाद महज दो महीने में ही रूस से तेल खरीद 50 गुना बढ़ गई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि रूस अपने सोने के निर्यात के लिए भी भारत को कम कीमत पर पेशकश कर सकता है. हालांकि, इस बाबत अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं है, लेकिन तरल सोने के रूप में बिकने वाले क्रूड ऑयल के बाद अब वास्तविक सोने को डिस्काउंट पर खरीदने की मंशा भारत के पास भी जरूर होगी.
रूस का कितना है सोने का निर्यात
हाल के वर्षों में ऊर्जा के बाद सोना ही रूस का दूसरा बड़ा निर्यात उत्पाद रहा है. 2020 में रूस ने लगभग 19 अरब डॉलर मूल्य के सोने का निर्यात किया जो कुल वैश्विक स्वर्ण निर्यात का करीब 5 फीसदी है. खास बात यह है कि रूसी सोने के निर्यात में से करीब 90 फीसदी हिस्सा जी-7 देशों को ही भेजा गया. इसमें से भी 90 फीसदी से अधिक सोने का निर्यात सिर्फ ब्रिटेन को किया गया. अमेरिका ने 2019 में रूस से 20 करोड़ डॉलर और 2020 एवं 2021 में 10 लाख डॉलर से भी कम का सोना आयात किया.
जी-7 देशों में अमेरिका, ब्रिटेन के अलावा जर्मनी, जापान, फ्रांस, कनाडा और इटली जैसी विकसित अर्थव्यवस्थाएं आती हैं. लंदन बुलियन मार्केट में पहले ही रूस की 6 रिफाइनरी को प्रतिबंधित कर दिया गया है और अब आयात पर पूरी तरह प्रतिबंध की तैयारी है.