नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनका कार्यकाल 30 अप्रैल को समाप्त हो जाएगा. सरकार ने उनके स्थान पर अर्थशास्त्री सुमन के. बेरी को नीति आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. सरकारी आदेश के अनुसार, बेरी 1 मई से अपना पद संभालेंगे. गौरतलब है कि नीति आयोग के अध्यक्ष प्रधानमंत्री होते हैं.
राजीव कुमार 2017 में नीति आयोग से उपाध्यक्ष के तौर पर जुड़े थे. उन्होंने तत्कालीन उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया की जगह ली थी जो शिक्षा के क्षेत्र में वापस लौट रहे थे. अरविंद पनगढ़िया योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग किए जाने के बाद इसके पहले उपाध्यक्ष बने थे. राजीव कुमार ने कृषि, एसेट मॉनेटाइजेशन, विनिवेश और इलेक्ट्रिक वाहनों पर फोकस रखते हुए नीति आयोग के नीति निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाई.
कौन हैं नए उपाध्यक्ष सुमन बेरी
राजीव का कुमार का स्थान लेने वाले डॉ. सुमन बेरी भी एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री हैं. वह फिलहाल बेल्जियम में इकोनॉमिक थिंकटैंक के गैर-आवासीय फेलो के पद पर हैं. बेरी 2001 से 2011 तक नेशनल काउंसिल ऑफ अप्लायड इकोनॉमिक रिसर्च के डायरेक्टर जनरल रहे थे. वह इससे पहले विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और मास्टर डिग्री प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से हासिल की है. सुमन बेरी अपने करियर की शुरुआत में ही विश्व बैंक से जुड़े और 28 साल सेवाएं देने के बाद वहां के मुख्य अर्थशास्त्री बने. वह प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद और मौद्रिक नीति पर भारतीय रिजर्व बैंक की तकनीकी सलाहकार समिति में भी शामिल रहे हैं. वह नीति आयोग के तीसरे उपाध्यक्ष होंगे.
कुमार ने ऑक्सफोर्ड से अर्थशास्त्र में किया था एमफिल
राजीव कुमार ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री हासिल की और उसके बाद ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में एमफिल किया. वह सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च में सीनियर फेलो भी रह चुके हैं. राजीव कुमार 2004-2006 तक भारतीय भारतीय उद्योग परिसंघ के मुख्य अर्थशास्त्री रहे थे. इसके अलावा उन्होंने 2011-2013 के दौरान फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के महासचिव का पद भी संभाला है. वह विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ-साथ एसबीआई और आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड में सेवाएं दे चुके हैं.