महामारी में एक ओर जहां लोगों के सामने जीवन यापन का संकट खड़ा गया था, दूसरी ओर भारतीयों ने इस दौरान जमकर सोना खरीदा. यही वजह है कि चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 11 महीनों (अप्रैल-फरवरी) में देश का सोना आयात (Gold Import) बढ़कर 45.1 अरब डॉलर पहुंच गया है.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मांग ज्यादा रहने की वजह से इस अवधि में सोने का आयात 73 फीसदी बढ़ा है. इससे पहले 2020-21 की समान अवधि यानी अप्रैल-फरवरी में देश में 26.11 अरब डॉलर का सोना आयात किया गया था. हालांकि, फरवरी 2022 में बहुमूल्य धातु का आयात 11.45 फीसदी घटकर 4.7 अरब डॉलर रह गया.
व्यापार घाटे में भी बढ़ोतरी
वाणिज्य मंत्रालय (Commerce Ministry) के आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष के पहले 11 माह में सोने का आयात बढ़ने से देश का व्यापार घाटा भी बढ़ा है. 2021-22 के पहले 11 महीने में व्यापार घाटा बढ़कर 176 अरब डॉलर हो गया है. यह आंकड़ा इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 89 अरब डॉलर रहा था.
हर महीने औसतन 76.5 टन आयात
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) के चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा कि अप्रैल-फरवरी 2022 के दौरान सोने का मासिक आयात औसतन 76.57 टन रहा है, जो सामान्य स्तर से कम है. उन्होंने बताया कि इस अवधि में सोने का आयात 842.28 टन रहा है, जो सामान्य आयात से कम है.
अभी और बढ़ेगा चालू खाते का घाटा
आरबीआई के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में देश का चालू खाते का घाटा (CAD) 9.6 अरब डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद का 1.3 फीसदी रहा था. हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल की लगातार बढ़ रही कीमतों की वजह से कैड के जीडीपी के 2.8 फीसदी पहुंचने की आशंका है