देश के बैंकों को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाकर विदेश फरार हुए भगोड़ों विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से अब तक कितने की वसूली की जा चुकी है, इसकी जानकारी बुधवार को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दी. केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी कि विजय माल्या (Vijay Mallya), नीरव मोदी (Nirav Modi) और मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) फ्रॉड केस में बैंकों का 18000 करोड़ रुपये लौटा है.
SC में PMLA के खिलाफ दायर याचिका पर हुई सुनवाई
तुषार मेहता ने जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली बेंच को बताया कि सुप्रीम कोर्ट में धनशोधन निवारण कानून (Prevention of Money Laundering Act, 2002) से जुड़े कुल मामलों में 67000 करोड़ रुपये मूल्य के आर्थिक अपराध शामिल हैं. शीर्ष अदालत पीएमएलए के तहत अपराध की आय की तलाशी, जब्ती, जांच और कुर्की के लिए प्रवर्तन निदेशालय को उपलब्ध शक्तियों के व्यापक दायरे को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है. जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली बेंच के अन्य सदस्य जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस सीटी रविकुमार हैं.
ईडी अभी PMLA के 4700 मामलों की जांच कर रही है
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मौजूदा समय में 4700 मामलों की जांच कर रहा है. उन्होंने बताया कि गत पांच साल के दौरान ईडी द्वारा जांच के नए मामले वर्ष 2105-16 के 111 से 2020-21 के 981 मामले दायरे में हैं. ईडी को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, 2002 के तहत जांच, जब्ती, सर्च और संपत्ति जब्त करने का अधिकार है.
मनी लॉन्ड्रिंग के किस देश में कितने मामले दर्ज होते हैं?
तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी कि वर्ष 2016 से 2021 के दौरान ईडी ने जांच के लिए PMLA के सिर्फ 2086 मामले स्वीकार किए, जबकि ऐसे मामलों के लिए 33 लाख प्राथमिकियां दर्ज थीं. उन्होंने बताया कि PMLA के तहत हर साल बहुत कम संख्या में मामलों को लिया जाता है. जबकि ब्रिटेन में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत हर साल 7900 मामले, अमेरिका में 1532 मामले, चीन में 4691 मामले, ऑस्ट्रिया में 1036 मामले, हांगकांग में 1823 मामले, बेल्जियम में 1862 मामले और रूस में 2764 मामले दर्ज किए जाते हैं.