ये बात है आंध्र प्रदेश की. गुंटूर जिले के प्रतिपदु मंडल की तीन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ जो हुआ, उसे शायद वे जल्दी भूल नहीं पाएंगी. दरअसल, ठगों (फ्रॉडस्टर्स) ने समाज के हर तबके को निशाने पर लिया हुआ है. कल ही हमने एक ख़बर छापी थी कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिसवालों से ही 6-10 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई है तो आज समाचार मिला है कि आंगनवाड़ी वर्कर्स को भी निशाना बनाया गया है. मिली जानकारी के अनुसार तीन महिलाओं के अकाउंट से लगभग 1 लाख रुपये निकाल लिए गए.
मुख्यमंत्री के ऑफ़िस का बनाया बहाना
इन तीन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने पुलिस को दी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उन्हें एक फोन आया था. फोन करने वाले ने खुद को मुख्यमंत्री के ऑफ़िस का कर्मचारी बताया. उसने झांसा दिया कि मुख्यमंत्री को उनका काम और सेवाएं काफी पसंद आई हैं और इसके बदले में उन्हें 50-50 हजार का गिफ्ट दिया जाना है.
इन महिलाओं ने बताया है कि इसी गिफ्ट के चक्कर में उन्होंने हमारे बैंक अकाउंट से लिंक किए गए मोबाइल नंबर ले लिए. फिर कहा कि उनके खातों में तुरंत ये रकम डाल दी जाएगी, लेकिन उन्हें उनके फोन नंबर पर आए OTP शेयर करने होंगे. इन महिलाओं ने ठग की बात को सच मान लिया और अपने मोबाइल पर आए OTP बता दिए. फिर क्या था… OTP शेयर करने के बाद तीनों के अकाउंट से कुल मिलाकर 1 लाख रुपये उड़ा लिए गए.