सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने 12 सितंबर को होने वाली NEET परीक्षा को टालने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को उस रिट पिटीशन को खारिज कर दिया, जिसमें NEET UG Exam 2021 को किसी और तारीख पर कराने की मांग की गई थी. याचिकाकर्ता ने कहा था कि परीक्षा की तारीख सीबीएसई कंपार्टमेंट, प्राइवेट, पत्राचार एग्जाम की तारीखों से टकरा रही है. लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नीट परीक्षा अपने तय समय पर आगामी रविवार 12 सितंबर को आयोजित की जाएगी.
कोर्ट ने कहा कि नीट परीक्षा में 16 लाख से ज्यादा छात्र शामिल होते हैं और सिर्फ कुछ छात्रों की याचिका पर परीक्षा को टाला नहीं जा सकता है. जस्टिस एएम खानविल्कर, जस्टिस हृषिकेश रॉय और जस्टिस सीटी रवि कुमार की बेंच ने कहा, ‘हम इस याचिका पर सुनवाई नहीं करेंगे. हम अनिश्चितता की स्थिति नहीं चाहते हैं. परीक्षा होने दीजिए.’ इससे पहले नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 3 सितंबर को बेंच को स्पष्ट किया था कि नीट परीक्षा में वे छात्र भी शामिल हो सकेंगे, जिनका परीक्षा परिणाम अभी जारी नहीं हुआ है. एनटीए ने कहा था कि परीक्षा परिणाम की जरूरत काउंसलिंग की वक्त पड़ेगी, उससे पहले नहीं. सुप्रीम कोर्ट में परीक्षा स्थगित करने की मांग वाली याचिका एडवोकेट सुमंथ नकुला ने लगाई थी.
चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET Exam) 12 सितंबर को आयोजित की जाएगी. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 12 जुलाई को यह घोषणा की. प्रधान ने ट्वीट किया, “नीट-यूजी 2021 कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए देश भर में 12 सितंबर को आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा, “कोविड-19 नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए परीक्षार्थियों को केंद्र पर मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे. प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग समय होगा, संपर्करहित पंजीकरण, समुचित साफ-सफाई, सामाजिक दूरी के साथ बैठने की व्यवस्था आदि सुनिश्चित की जाएगी.”
शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि सामाजिक दूरी के नियम का पालन सुनिश्चित करने के लिए जिन शहरों में परीक्षा आयोजित की जाएगी, उनकी संख्या 155 से बढ़ाकर 198 कर दी गई है. पिछली परीक्षा के 3862 केंद्रों के मुकाबले इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. पिछले साल, कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सख्त सावधानियों के बीच 13 सितंबर को नीट की परीक्षा आयोजित की गई थी. परीक्षा में कुल 13.66 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें से 7,71,500 ने क्वालिफाई किया था.
पिछले वर्ष राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 में संशोधन के बाद से 13 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और पुडुचेरी में स्थित जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश परीक्षाएं भी नीट से माध्यम से ली जा रही हैं. परीक्षा 11 भाषाओं – अंग्रेजी, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, ओडिया, तमिल, तेलुगु और उर्दू में आयोजित की जाएगी.