अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल में तालिबान (Taliban) का क्रूर चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है. यहां पाकिस्तान विरोधी रैली में जमा हुई भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए तालिबान लड़ाकों ने फायरिंग कर दी. हालांकि इस गोलीबारी में किसी के हताहत होने की फिलहाल खबर नहीं.
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, काबुल स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बाहर 70 से ज्यादा लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. इस विरोध प्रदर्शन के कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिसमें प्रदर्शनकारी ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ और ‘पंजशीर जिंदाबाद’ जैसे नारे लगाते सुने गए.
काबुल के स्थानीय पत्रकारों द्वारा शेयर किए गए वीडियो में सैकड़ों अफगान पुरुषों और महिलाओं को पाकिस्तान विरोधी बैनर लिए ‘आजादी, आजादी’ और ‘पाकिस्तान की मौत’, ‘ISI की मौत’ जैसे नारे लगाते देखा जा सकता है.
दरअसल, पंजशीर की जंग में तालिबान की तरफ से पाकिस्तान के ड्रोन अटैक करने और आईएसआई हेड फैज हामिद के काबुल दौरे से अफगानियों में आक्रोश है. अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने भी इसकी आलोचना की है. अफगानिस्तान के लोग काबुल में जगह-जगह पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
वैसे तो अफगानिस्तान के अलग-अलग शहरों में महिलाएं पिछले कई दिनों से अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन काबुल में पहली बार रात में प्रदर्शन हुए हैं.
काबुल के अलावा अमेरिका के वॉशिंगटन में भी रैलियां निकालकर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए गए हैं. लोगों ने पाकिस्तान पर नए सिरे से प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
पंजशीर में नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स (NRF) यानी नॉर्दन अलांयस की अगुआई कर रहे अहमद मसूद ने भी कहा है कि पाकिस्तान वायुसेना लगातार हमले कर रही है, ताकि तालिबान आगे बढ़ सके. अब हमारी असली लड़ाई पाकिस्तान से है, क्योंकि पाक सेना और ISI तालिबानियों का जंग में नेतृत्व कर रही है. वहीं, अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह भी कई दफा कह चुके हैं कि पाकिस्तान तालिबान को हर तरह से मदद मुहैया करा रहा है. पाकिस्तान की मदद से ही तालिबान अफगानिस्तान पर कब्जा कर पाया.
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के प्रमुख फैज हामिद काबुल दौरे पर गए तो दूसरी तरफ उसकी स्पेशल बटालियन, तालिबान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (NRF) के योद्धाओं पर कहर बरपा रही है. इससे दुनियाभर में पाकिस्तान के खिलाफ रोष पैदा हो गया है.
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाने तक की मांग उठ रही है. लोग इसे ‘पंजशीर में पाकिस्तान के पाप’ को युद्ध अपराध मान रहे हैं.