मानसून (Monsoon 2021) सिर पर है, लेकिन दिल्ली पर 45 डिर्गी वाली गर्मी (Heat Wave) का सितम बरकरार है. देश के अधिकांश राज्य बारिश में भीग रहे हैं. नदियां उफान पर है. वहीं दिल्ली में गर्मी का कहर टूट रहा है. जून के महीने में बढ़ते तापमान और तेज धूप के बीच गर्म हवाओं से लोग बेहाल हैं. बुधवार को इस सीज़न का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया. तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 7 डिग्री ज़्यादा रहा. मौसम विभाग ने लू को लेकर दो दिन के लिए यलो अलर्ट जारी किया है और दावा किया है कि गर्मी से जल्द राहत मिलने की उम्मीद कम से कम एक हफ़्ते में तो नहीं है.
अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक पारा 40 डिग्री के ऊपर ही रहेगा. मौसम विभाग ने भयानक गर्मी के लिए मानसून में देरी को जिम्मेदार बताया है. इससे पहले मौसम विभाग ने मानसून के समय से 12 दिन पहले यानि 15 जून तक दिल्ली पहुंचने की भविष्यवाणी की थी. आमतौर पर मानसून 27 जून तक दिल्ली पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में आ जाता है, लेकिन इस बार मानसून का इंतज़ार लम्बा हो चुका है जिससे तापमान भी लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे हालात में गर्मी से बचने के उपाय अपनाकर और शरीर को हाइड्रेट रखकर गर्मी से बचा जा सकता है.
और बढ़ेगा पारा
दिल्ली में मानसून के लेट आने की वजह से राजधानी और एनसीआर के क्षेत्र अब लू के थपेड़ों को झेलने को मजबूर हो गए हैं. भीषण पड़ती गर्मी के बीच कल मंगलवार को 43 डिग्री टेंपरेचर के साथ सीजन की पहली हीटवेव रिकॉर्ड की गई. साथ ही मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि अभी 2 दिन और मौसम बेहद गर्म रह सकता है और तापमान का पारा और आगे चढ़ेगा.
मौसम विभाग स्काईमेट वेदर के मुताबिक मंगलवार को जहां 43 डिग्री टेंपरेचर के साथ इस साल की पहली हीटवेव रिकॉर्ड की गई. वहीं, अभी 2 दिन और इसके बने रहने की संभावना भी जताई है. स्काईमेट का कहना है कि 1945 में 17 जून को 46.7 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया था. वहीं, जिस तरह से दिल्ली और एनसीआर में तापमान का पारा तेजी से चढ़ रहा है, उससे इसके और आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है.