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तेजी के बाद भी ऑलटाइम हाई से 9015 रुपये है सस्‍ता, जानें 2021 में कैसा रह सकता है ट्रेंड

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कोरोना वायरस के मामले जैसे-जैसे बढ़ रहे हैं सोने के दाम (Gold Prices) में भी बढ़ोतरी हो रही है. दरअसल, कोविड-19 (Covid-19) की रफ्तार को काबू करने के लिए ज्‍यादातर राज्‍यों ने लॉकडाउन (Lockdown) का सहारा लिया है. इससे कारोबारी गतिविधियों पर असर पड़ रहा है. इतिहास रहा है कि जब भी कोई बड़ी आपदा आती है तो निवेशक सबसे सुरक्षित विकल्‍प (Safest Investment Option) गोल्‍ड में निवेश बढ़ा देते हैं. इससे सोने की कीमतों को समर्थन मिलता है. हालांकि, लगातार तेजी का रुख रहने के बाद भी इस समय सोने के दाम अपने सर्वोच्‍च स्‍तर (All-Time High) से 9,015 रुपये नीचे चल रहे हैं. कोरोना संक्रमण के हालात ऐसे ही बने रहे तो इसके तेजी से ऊपर जाने के आसार हैं. वहीं, चांदी की कीमत

Silver Price) भी ऑलटाइम हाई से काफी नीचे चल रही है.

चांदी की कीमतों में 7,465 रुपये प्रति किग्रा की गिरावट

गोल्‍ड ने ऑलटाइम हाई अगस्‍त 2020 के पहले हफ्ते में छुआ था. सोने का भाव 7 अगस्‍त 2020 को 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा था. वहीं, 7 मई 2021 यानी शुक्रवार को दिल्‍ली सर्राफा बाजार में सोने का भाव 47,760 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. इस आधार पर सोने की कीमतों में सर्वोच्‍च स्‍तर से 9,015 रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्‍यादा की गिरावट दर्ज हो चुकी है. वहीं, चांदी का भाव 10 अगस्‍त 2020 को 78,256 रुपये प्रति किग्रा था, जो बीते शुक्रवार को 71,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई. इस आधार पर चांदी की कीमतों में 7,465 रुपये प्रति किग्रा से ज्‍यादा की कमी आ चुकी है.


कोरोना की दूसरी लहर ने थामी सोना-चांदी में गिरावट

गोल्‍ड और सिल्‍वर की कीमतें अक्‍टूबर 2020 के बाद कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट के साथ गिर रही थीं. एक समय सोने की कीमत 43 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्‍तर पर भी पहुंच गई थीं. इसके बाद मार्च 2021 के मध्‍य से देश में शुरू हुई कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर (Second Wave of Coronavirus) ने सुधर रहे कारोबारी माहौल को फिर बिगाड़ दिया. आधी अप्रैल खत्‍म होते-होते कई राज्‍यों ने कोरोना के फैलने की रफ्तार पर अंकुश लगाने के लिए सख्‍त पाबंदियां लागू करनी शुरू कर दीं. इसके बाद तमाम रेटिंग एजेंसीस लने भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था को लेकर अपने अनुमानों में संशोधन कर आर्थिक वृद्धि दर को कम करना शुरू कर दिया. ऐसे में सोने और चांदी में मुनाफावसूली कर रहे निवेशकों ने फिर गोल्‍ड में पैसा लगाना शुरू कर दिया. इससे इसकी कीमतों में फिर बढ़ोतरी होना शुरू हो गई.

हालात नहीं सुधरे तो और बढ़ सकती हैं कीमतें

कोरोना की दूसरी लहर पर काबू भी नहीं पाया जा सका है, उससे पहले ही वैज्ञानिकों ने भारत में तीसरी लहर की चेतावनी देनी शुरू कर दी है. वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों का कहना है कि तीसरी लहर पहली और दूसरी से भी ज्‍यादा खतरनाक होगी. ज्‍यादातर विशेषज्ञों का कहना है कि तीसरी लहर (Third Wave of Covid-19) सितंबर या अक्‍टूबर 2021 में आएगी. अगर दूसरी लहर पर जल्‍द काबू नहीं पाया जा सका और तीसरी लहर से निपटने के पुख्‍ता इंतजाम नहीं किए गए तो सोने की कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी रहेगा. माना जा रहा है कि सोने की कीमतें नया कीर्तिमान बनाते हुए 63,000 रुपये प्र‍ति 10 ग्राम के स्‍तर को पार कर सकती हैं. ऐसे में कहा जा सकता है कि संकट के इस दौर में मौजूदा कीमतों पर सोने में किया जाने वाला निवेश आने वाले समय में निवेशकों के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है.

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