uccess Story Of IAS Topper Garima Agrawal: आज आपको यूपीएससी परीक्षा 2018 में अच्छी रैंक प्राप्त कर आईएएस अफसर बनने वाली गरिमा अग्रवाल की कहानी बताएंगे जो सभी के लिए काफी प्रेरणादायक है. खास बात यह है कि गरिमा अग्रवाल ने यूपीएससी की परीक्षा पहले ही प्रयास में पार कर ली और आईपीएस अफसर बन गईं. लेकिन उनका सपना आईएएस अफसर बनने का था इसलिए उन्होंने दोबारा प्रयास किया और उन्हें सफलता भी मिली. गरिमा ने इंटरमीडिएट के बाद आईआईटी का एंट्रेंस पास कर यह साफ कर दिया था कि वह किसी भी परीक्षा को पास करने में सक्षम हैं.
इंटरमीडिएट के बाद लिया आईआईटी में दाखिला
गरिमा शुरू से ही पढ़ाई में बहुत होशियार थीं और हमेशा अपनी क्लास की टॉपर रहीं. हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में उनके बहुत अच्छे नंबर आए. इंटर के बाद उन्होंने आईआईटी का एंट्रेंस एग्जाम दिया जिसमें उन्हें सफलता मिल गई. इसके बाद गरिमा ने आईआईटी से अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया. उन्होंने सटीक रणनीति और कड़ी मेहनत की बदौलत बहुत कम समय में यूपीएससी में सफलता प्राप्त कर ली.
ऐसा रहा यूपीएससी का सफर
गरिमा उन कैंडीडेट्स में शुमार हैं, जिनका यूपीएससी का सफर बहुत छोटा रहा. पहले ही प्रयास में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली और आईपीएस सेवा के लिए चयनित हो गईं. हालांकि उनका मन आईएएस अफसर बनने का था इसलिए उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी और दूसरा प्रयास किया. दूसरे प्रयास में भी किस्मत ने उनका साथ दिया और इस बार अच्छी रैंक के साथ उन्हें आईएएस सेवा मिल गई. करीमा का मानना है कि आप यूपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करें. लगातार मेहनत और सही दिशा में की गई तैयारी आपको सफलता दिलाती है.
यहां देखें गरिमा का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू
दूसरे कैंडिडेट्स को गरिमा की सलाह
गरिमा अग्रवाल का मानना है कि यूपीएससी की परीक्षा में सफलता आपको अपने सिलेबस का ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करने पर ही मिलती है. वह कहती हैं कि आप अपनी अच्छी रणनीति बनाकर कम से कम सोर्सेस के साथ ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करें. साथ ही यूपीएससी के सफर में मोटिवेशन और सकारात्मकता बेहद जरूरी होती है. आप असफलताओं से ना घबराएं और धैर्य रखकर लगातार तैयारी करते रहे तो आपको एक न एक दिन सफलता जरुर मिलेगी. उनका मानना है कि अगर व्यक्ति कुछ कर ले की ठान ले तो कोई भी ताकत उसे वह लक्ष्य प्राप्त करने से नहीं रोक सकती.