कृषि कानून को वापस लेने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे मुश्किल में हैं और केंद्र सरकार उनके रास्तों में कील-कांटे बिछा रही है. उन्होंने कहा कि किसानों की बिजलियां काटी जा रही है और पानी की सप्लाई रोकी जा रही है. सीएम ठाकरे ने कहा कि अगर किल-कांटे बिछाने का काम बॉर्डर पर होता तो घुसपैठ नहीं होती.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधानसभा में कहा, ”किसान परेशान हैं. बिजली और पानी की सप्लाई रोकी जा रही है. उनके रास्तों में कील-कांटे बिछाए जा रहे हैं. लेकिन चीन को देखते ही भाग जाते हैं. अगर यही तैयारी चीन-बांग्लादेश बॉर्डर पर होती तो घुसपैठ नहीं होती.”
मुख्यमंत्री ठाकरे के बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता और सदन में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने विरोध जताया और पलटवार किया. फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बयान देकर हमारे सैनिकों का अपमान किया है.
फडणवीस ने कहा, ”सीएम ठाकरे का बयान हमारे सैनिकों का अपमान है. हमारे सैनिक -30 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर चीनी का मुकाबला करते हैं और भारत की जमीन की रक्षा करते हैं. ऐसी स्थिति में जहां जीवन मुहाल है वहां हमारे सैनिक चीन को आईना दिखाते हैं. मैं उनके बयान की निंदा करता हूं.”