महाराष्ट्र में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. इसको लेकर राज्य की उद्धव ठाकरे की सरकार ने आज से सभी धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक बैठकों पर रोक लगा दिया हुआ है. लोगों की लापरवाही सामने आ रही है और वे मास्क नहीं पहन रहे. मुंबई के क्राफर्ड बाजार में माइक से अनाउंसमेंट की जा रहा है और लोगों से मास्क पहनने की अपील की जा रही है. जो बिना मास्क के पाए जा रहे हैं उन्हें 200 रुपये का फाइन किया जा रहा है और एक मास्क दिया जा रहा है. मास्क नहीं पहनने की वजह से मुंबई में 21 फरवरी को 14100 लोगों पर जुर्माना लगाया गया. मुंबई महानगर पालिका ने 28 लाख 20 हजार का जुर्माना वसूला.
कोरोना को हराने के लिए देश ने पिछले एक साल में जो जंग लड़ी उस पर पानी फिर सकता है. जिस लॉकडाउन से लंबे इंतजार के बाद मुक्ति मिली वो फिर लौट सकता है और ये सब सिर्फ इसलिए क्योंकि लोगों ने कोरोना को गंभीरता से लेना छोड़ दिया है. लापरवाही का आलम ये है कि लोग मास्क लगाकर ही बाहर निकले ये बताने के लिए एक बार फिर पुलिस और प्रशासन को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है. इस मामले में सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र की है, जहां पिछले कुछ दिनों में कोरोना बहुत तेजी से बढ़ रहा है.
लोगों की लापरवाही की वजह से मुंबई पहले भी देश की कोरोना कैपिटल बन चुकी है और अब एक बार फिर वैसे ही हालात बनते दिख रहे हैं. पिछले 6 दिनों में मुंबई में कोरोना का ग्राफ बढ़ रहा है. 16 फरवरी को यहां कोरोना के 461 नए केस आए थे. 17 को 721, 18 फरवरी को 736, 19 फरवरी को 823, 20 फरवरी को 897 और 21 फरवरी को 921 नए केस सामने आए.