भारत सरकार ने मार्च 2020 से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगे प्रतिबंध को 31 जनवरी 2021 तक के लिए बढ़ा दिया है. हालांकि ये प्रतिबंध स्पेशल और कार्गो फ्लाइट्स पर लागू नहीं होगा.
दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप के चलते भारत सरकार (Government of India) ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों (International Flights) पर लगे प्रतिबंध को 31 जनवरी 2021 तक बढ़ा दिया है. ये प्रतिबंध स्पेशल फ्लाइट्स और इंटरनेशनल एयर कार्गो परिचालन पर लागू नहीं होगा. विमानन नियामक डीजीसीए ने बुधवार को यह जानकारी दी. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा, ‘‘हालांकि, मामला दर मामला के आधार पर सक्षम प्राधिकारी चुनिंदा मार्गों के लिए उड़ानों की अनुमति दे सकते हैं.’’
कोरोना वायरस महामारी के कारण 23 मार्च से नियमित अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान सेवा स्थगित है. हालांकि, वंदे भारत अभियान तथा ‘‘एयर बबल’’ व्यवस्था के तहत मई से कुछ निश्चित देशों के लिए विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन की इजाजत है. भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, केन्या, भूटान और फ्रांस समेत 24 देशों के साथ ‘‘एयर बबल’’ समझौता किया है. डीजीसीए ने यह भी कहा कि इसका मालवाहक विमानों के संचालन पर असर नहीं पड़ेगा. उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को ही ब्रिटेन में फैल रहे कोरोना वायरस के स्ट्रेन के मद्देनजर ब्रिटेन की फ्लाइट्स पर लगाई अस्थायी रोक को 7 जनवरी 2021 तक के लिए बढ़ा दिया है.
इससे पहले केंद्र सरकार ने विभिन्न गतिविधियों पर कोविड-19 से जुड़ी पाबंदियों को कायम रखते हुए कहा कि देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में लगातार कमी आ रही है, लेकिन दुनिया भर में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने और ब्रिटेन में इस वायरस का एक नया प्रकार सामने आने के मद्देनजर निगरानी और सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है. गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसने कोविड-19 की (स्थिति की) निगरानी के सिलसिले में नए दिशानिर्देश जारी किये हैं और ये दिशानिर्देश 31 जनवरी तक प्रभावी रहेंगे. साथ ही, इसने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नव वर्ष समारोहों तथा ठंड के मौसम में मामलों को किसी भी तरह से बढ़ने देने से रोकने के लिए सख्त निगरानी रखने को कहा है.
देश में लगातार आ रही नए मामलों में कमी
मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को संभावित टीकाकरण अभियान के लिए तैयारियों में केंद्रीय अधिकारियों की तत्परता से मदद करने को भी कहा है. मंत्रालय ने कहा, ‘‘(देश में कोविड-19 के) उपचाराधीन मरीजों और संक्रमण के नए मामलों में लगातार कमी आ रही है, लेकिन वैश्विक स्तर पर मामले बढ़ने और ब्रिटेन में वायरस का एक नया प्रकार सामने आने के मद्देनजर निगरानी, रोकथाम और सतर्कता बरकरार रखने की जरूरत है.’’
गृह मंत्रालय ने कहा, ‘‘निरुद्ध क्षेत्रों का सावधानीपूर्वक सीमांकन जारी रखा जाए, इन क्षेत्रों में संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए निर्धारित उपायों का सख्ती से पालन किया जाए, कोविड से जुड़े उपयुक्त व्यवहार को बढ़ावा दिया जाए और उन्हें सख्ती से लागू किया जाए तथा विभिन्न गतिवधियों के संदर्भ में सुझाई गई मानक संचालन प्रक्रिया(एसओपी) का पूरी गंभीरता से पालन किया जाए. ’’
मंत्रालय ने कहा कि निगरानी और रोकथाम के प्रति पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर और उसके एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा पिछले महीने जारी दिशानिर्देशों एवं एसओपी को राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किये जाने की जरूरत है.