नई-दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न्यायिक सम्मेलन का उद्घाटन किया, इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया के करोड़ों नागरिकों के लिए न्याय और गरिमा सुनिश्चित करने वाले आप सभी दिग्गजों के बीच आना, अपने आप में बहुत सुखद अनुभव है। 21वीं सदी के तीसरे दशक की शुरुआत में हो रही है। यह दशक भारत सहित पूरी दुनिया में होने वाले बड़े बदलावों का दशक है। ये बदलाव सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी, हर मोर्चे पर होंगे। ये बदलाव तर्कसंगत होने चाहिए और न्यायसंगत भी होने चाहिए, ये बदलाव सबके हित में होने चाहिए, भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए होने चाहिए, और इसलिए ‘न्यायिक तंत्र और बदलता विश्व’ विषय पर मंथन बहुत महत्वपूर्ण है।
इस कार्यक्रम में भारत के मुख्य न्यायाधीश एस.ए बोबड़े, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशगण, अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया, सहित दुनिया के अन्य उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश, भारत के सुप्रीम कोर्ट और हाइकोर्ट्स के सम्मानित न्यायाधीश उपस्थित थे।