नई-दिल्ली: “हुनर हाट” का आयोजन अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा इंडिया गेट लॉन, राजपथ, नई दिल्ली में किया गया है, 23 फरवरी 2020 तक आयोजित हुनर हाट का विषय “कौशल को काम” है, जिसमें देशभर से आए शिल्पी, दस्तकार और खान-सामे भाग ले रहे हैं, इनमें 50 प्रतिशत से अधिक संख्या महिलाओं की है। 20वें हुनर हाट के उद्घाटन अवसर पर केन्द्रीय रेलवे, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि सरकार को घरेलू हस्तशिल्प और देशभर के दस्तकारों को बचाने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए मिशन मोड पर काम करना चाहिए। पीयूष गोयल ने कहा अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय को वाणिज्य मंत्रालय के साथ, जनजाति कार्य मंत्रालय को विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर दस्तकारों और हस्तशिल्प की उनकी कला को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए कार्य करना चाहिए, उन्होंने कहा कि कारीगर और उनकी कला हमारी परम्परा और राष्ट्र का गौरव है। उद्घाटन में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हुनर हाट दस्तकारों की स्वदेशी परम्परा को सशक्त बनाने का एक मैगा मिशन साबित हुआ है, उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय देश की कला/शिल्प की समृद्ध विरासत को अवसर और बाजार प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “ड्रीम प्रोजेक्ट” को मजबूत बना रहा है। मंत्रालय देश के प्रत्येक कोने के कुशल व्यक्ति की शानदार विरासत को बचाने और उसे बढ़ावा देने का ऐतिहासिक कार्य कर रहा है और उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार प्रदान कर रहा है। नकवी ने कहा की हुनर हाट स्वदेशी कला, व्यंजन और संस्कृति तथा दस्तकारों, शिल्पियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का मैगा मिशन बन चुका है। हुनर हाट के जरिए पिछले 3 वर्षों में करीब 3 लाख दस्तकारों, शिल्पियों और व्यंजन विशेषज्ञों या खानसामों को रोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान किये जा चुके हैं और लाभान्वित होने वालों में बड़ी संख्याओं में महिलाएं शामिल है। श्री नकवी ने कहा कि अब तक हुनर हाट देश के विभिन्न स्थानों जैसे- दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुडुचेरी और इंदौर में आयोजित किया जा चुका है। अगला हुनर हाट 29 फरवरी से 8 मार्च तक रांची में और 13 से 22 मार्च 2020 तक चंडीगढ़ में आयोजित किया जायेगा। आने वाले समय में हुनर हाट का आयोजन गुरूग्राम, बंगलुरू, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, पटना, भोपाल, नागपुर, रायपुर, पुडुचेरी, अमृतसर, जम्मू, शिमला, गोवा, कोच्चिं, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अजमेर और अन्य स्थानों में किया जायेगा। इस आयोजन में “हुनर हाट” में 250 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं जिनमें देश भर से दस्तकारए शिल्पकारए खानसामे भाग ले रहे हैं जो देश के कोने-कोने के स्वदेशी हस्तशिल्प और हथकरघा के शानदार स्वदेशी उत्पाद अपने साथ लाये हैं। यहाँ विभिन्न राज्यों के पारंपरिक लज़ीज़ पकवान भी “बावर्चीखाने” में अपनी सुगंध बिखेरेंगे, इसके अलावा रोजाना होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम हुनर हाट में लोगों के आकर्षण का मुख्य केंद्र होंगे। इस अवसर पर राज्यसभा के सांसद और आई.सी.सी.आर के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, अल्पसंख्यक कार्य और विभिन्न अन्य मंत्रालयों के वरिष्ट अधिकारी तथा देश-विदेश के अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
“हुनर हाट”, इंडिया गेट, दिल्ली में जुटे देश-भर से आए शिल्पी, दस्तकार और खान-सामे।
घरेलू हस्तशिल्प को बचाने, बढ़ावा देने के लिए “मिशन मोड” चाहिएः पीयूष गोयल