रायपुर, 18 जुलाई 2018/ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 18 जुलाई को सुदीर्घ शासकीय सेवा के बाद रिटायर होने वाले शासकीय कर्मचारियों के लिए ऑन लाइन पेंशन मेनेजमेंट प्रणाली “आभार-आपकी सेवाओं का” और मोबाइल एप्प का लोकार्पण किया, मुख्यमंत्री ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन भर शासन को अपनी सेवाएं देने वाले पेंशनधारी मान-सम्मान के हकदार हैं। आज से प्रारंभ हो रहा ऑन लाइन पेंशन मैनेजमेंट सिस्टम पेंशनरों की सेवाओं के प्रति राज्य सरकार के आभार का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के माध्यम से पेंशन प्रकरणों का त्वरित और सरलीकृत रूप से समाधान हो सकेगा और पेंशनरों को पेंशन प्रकरण के निराकरण के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पेंशनरों के लिए यह प्रणाली काफी सुविधाजनक साबित होगी, डॉ. सिंह ने कहा कि पेंशनरों की सेवाओं के प्रति राज्य सरकार आभार प्रकट करते हुए इस प्रणाली का शुभारंभ कर रही है, इस प्रणाली का लाभ प्रदेश के लगभग एक लाख पेंशनरों को मिलेगा, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया और डिजिटल छत्तीसगढ़ के सपने को साकार करने के लिए ई-पेमेंट, ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम लागू करने के बाद अंतिम छोर के गांवों तक इंटरनेट कनेक्टिविटी देने का काम तेजी से किया जा रहा है, ऑन लाइन पेंशन मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से प्रदेश में पेंशनरों का डॉटा बेस भी तैयार होगा, उन्होंने यह भी बताया कि पेंशन प्रकरण के निराकरण के हर स्तर की सूचना संबंधित पेंशनर को एस.एम.एस. के माध्यम से दी जाएगी। इस प्रणाली से ई-पेंशन भुगतान आदेश, ग्रेच्युटी सहित पेंशनरों को मिलने वाले अन्य सेवानिवृत्ति परिलाभ की जानकारी भी पेंशनरों को मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेंशनरों की शिकायतों के निराकरण के लिए इस प्रणाली में ऑन लाइन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ की सुविधा भी उपलब्ध होगी। पेंशन भुगतान आदेश जारी होने की सूचना ई-मेल के माध्यम से भी दी जाएगी। यह पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने वाली प्रणाली है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि एक जनवरी 2016 के पहले सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के अनुरूप उनकी मूल पेंशन का 2.57 गुणा पेंशन और परिवार पेंशन का लाभ एक अप्रैल 2018 से दिया जाएगा। इससे राज्य सरकार के बजट से लगभग 500 करोड़ रूपए व्यय होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि अधिकारियों-कर्मचारियों की ग्रेच्युटी की सीमा 10 लाख रूपए से बढ़ाकर 20 लाख रूपए कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अनेक सेवानिवृत्त शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके पेंशन भुगतान आदेश और शॉल प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने पेंशनरों को सुदीर्घ और खुशहाल जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। कृषि एवं जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश के सेवानिृत्त कर्मचारी प्रदेश की सम्पत्ति हैं, उनका अनुभव प्रदेश के लिए बहुत उपयोगी है। इस ऑनलाइन प्रणाली से उन्हें पेंशन भुगतान की त्वरित और बाधा रहित सुविधा मिलेगी। पेंशनर सम्मान के अधिकारी हैं। मुख्य सचिव श्री अजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री की अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रति संवेदनशीलता का यह प्रणाली एक अच्छा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ने देश में सर्वप्रथम कोषालयों का कम्प्यूटरीकरण किया था। अब पेंशनरों की सुविधा के लिए यह ऑन लाइन पेंशन मैनेजमेंट सिस्टम का मॉडल तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रणाली में सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी-कर्मचारी के पेंशन प्रकरण ऑन लाइन संभागीय संयुक्त संचालक, कोष, लेखा एवं पेंशन को भेजे जाएंगे, जहां से संबंधित पेंशनर के ई.पी.पी.ओ., ई.जी.पी.ओ. और ई.सी.पी.ओ. के आदेश संबंधित ट्रेजरी को ऑन लाइन भेजे जाएंगे। ट्रेजरी से ऑन लाइन ई.पी.पी.ओ. संबंधित बैंक को भेजा जाएगा और बैंक से ऑन लाइन संबंधित पेंशनर के खाते में पेंशन का भुगतान किया जाएगा। इस प्रणाली के हर स्तर की जानकारी पेंशनर को एस.एम.एस. के माध्यम से भी भेजी जाएगी। कोष, लेखा एवं पेंशन संचालक शिखा राजपूत तिवारी ने बताया कि निकट भविष्य में इस प्रणाली से पेंशनर की सामान्य भविष्य निधि, अवकाश नकदीकरण और समूह बीमा योजना के प्रकरणों के ऑन लाइन निराकरण और भुगतान की व्यवस्था भी की जाएगी। यह प्रणाली डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट ई-कोषऑनलाइन डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन/आधार वेबसाइट पर उपलब्ध है। इस अवसर पर विभिन्न पेंशनर संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया। समारोह में बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक, वित्त और कोष, लेखा एवं पेंशन संचालनालय के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। इस अवसर पर विधायक श्रीचंद सुंदरानी, मुख्य सचिव अजय सिंह और वित्त विभाग के प्रमुख सचिव अमिताभ जैन विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
जीवन भर सेवा देने वाले पेंशनर मान-सम्मान के हकदार : डॉ. रमन सिंह
"आभार -आपकी सेवाओं का" प्रणाली का शुभारंभ किया