गुवाहाटी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एडवांटेज असम-विश्व निवेशक शिखर सम्मेलन 2018 के उद्घाटन हेतु असम दौरे पर हैं, दो दिवसीय सम्मेलन निवेश संवर्धन और निवेश सुविधा के लिए असम सरकार का बड़ा आयोजन है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य बाजार में असम के भूरणनीतिक लाभों को दर्शाना, विभिन्न क्षेत्रों की मूल क्षमताओं और राज्य सरकार की नीतिगत पहलों के बारे में बताना है, सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री का ध्यान पूर्वोत्तर विकास पर है और उनकी ओर से क्षेत्र के लिए उठाए गए कदम ही शिखर सम्मेलन की सफलता का आधार होंगे।ज्ञात हो असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि यह आयोजन तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं (जैसे-आसियान और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों) के लिए असम की निर्यात उन्मुख विनिर्माण और सेवाओं के लिए अवसरों को उजागर करेगा।” उन्होंने कहा कि असम अपना पहला वैश्विक निवेशक सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है, यहां वह राज्य में उपलब्ध विनिर्माण अवसरों और भूरणनीतिक अवसरों को घरेलू और वैश्विक निवेशकों के सम्मुख पेश कर उन्हें निवेश के लिए आमंत्रित करने का प्रयास करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी “द एडवांटेज असम” : ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2018 के उद्घाटन हेतु गुहावाटी पहुंच चुके हैं। इसका मुख्य लक्ष्य असम के भूरणनीतिक अवसरों और राज्य सरकार के नीतिगत सुधारों से विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिस्पर्धा को निवेशकों के सामने रखना है। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा है कि अभी तक 4,500 प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है। इसमें 16 देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं। उन्होंने कहा, ”भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोब्गे पहले ही आ चुके हैं, मुकेश अंबानी और रतन टाटा के भी सम्मेलन में शामिल होने की उम्मीद है। सोनोवाल ने कहा कि तीन और चार फरवरी को होने वाले इस सम्मेलन में असम में उपलब्ध निर्यात उन्मुख विनिर्माण अवसरों को प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही आसियान और दक्षिण एशिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं को दी जाने वाली विशेष सेवाओं के बारे में भी बताया जाएगा, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर के विकास पर प्रमुख तौर पर ध्यान दे रहे हैं और इस क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने कई कदम उठाए हैं।