रायपुर,24/1, इनफर्टिलिटी सेंटर अशोका सुपरस्पेश्यलिटी हॉस्पिटल ने समाज के हित में सेवापूर्ण भावना के साथ ठोस कदम आगे बढ़ाये हैं, इसके अंतर्गत हॉस्पिटल द्वारा 26-31 जनवरी तक सैनिकों की पत्नियों तथा पुलिस बल में कार्यरत पुरुषों व महिलाओं के लिए निशुल्क स्त्रीरोग एवं इनफर्टिलिटी (बाँझपन) संबंधी प्राथमिक जांच के आयोजन की घोषणा की गई है, मानवता की सेवा करने के अपने वादे के साथ आगे बढ़ते हुए, अशोका उन लोगों की मदद के इरादे से कदम बढ़ा रहा है, जिन्होंने समाज और राष्ट्र की उन्नति के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है, अपने इस आयोजन के जरिये अशोका सच्ची राष्ट्रीयता का उत्सव मनाएगा। 26-31 जनवरी तक सुरक्षा बलों या पुलिस बल से जुड़ा कोई भी व्यक्ति (महिला-पुरुष) मशहूर और भरोसेमंद डॉक्टरों द्वारा उपलब्ध निशुल्क परामर्श या स्त्री रोग संबंधी निशुल्क जाँच का लाभ उठा सकता है. इसके लिए उक्त समस्त सैनिकों/अधिकारियों को केवल अपना आई डी कार्ड साथ लाना होगा। इस पेशकश के बारे में घोषणा करते हुए, डॉ. ए. सुरेश कुमार, ख्यात इनफर्टिलिटी विशेषज्ञ तथा “लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर” ने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित पूरे मध्य भारत में वर्तमान की विभिन्न ख्यात इनफर्टिलिटी और एआरटी तकनीकों का सूत्रपात करने वाले प्रथम डॉक्टर के रूप में मरीज हम पर गहरा भरोसा रखते हैं और हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करते हैं, इन विभिन्न ख्यात इनफर्टिलिटी और एआरटी तकनीकों में 1990 में आईयूआई, 1991 में एंडोस्कोपिक सर्जरी, 1992 में स्पर्म बैंक, 1994 में आईवीएफ, 2000 में आईसीएसआई व एम्ब्रियो बैंक, 2005 में ब्लास्टोसिस्ट कल्चर, 2008 में लेसर असिस्टेड हैचिंग, 2012 में आईवीएम और आईएमएसआई, 2013 में सैरोगेसी, 2015 में सायटोप्लाज़्मिक ट्रांसफर तथा 2016 में टाइम लैप्स सिस्टम जैसी तकनीकें शामिल हैं जिनकी पहल करने में हम अग्रणी और भरोसेमंद नाम रहे हैं, जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में स्थित अशोका सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल (एएसडब्ल्यूएच) मध्य भारत का पहला आई.एम.एस.आई टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर है, अशोका सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल दो बार लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवा चुका है।