आजकल फैशन के दौर में, हर कोई बालों को कलर करने के लिए अपनी सुविधा और बजट के हिसाब से अलग-अलग तरीके अपनाते हैं. अभी भी कई लोग पारंपरिक तरीके से बालों को कलर करने के लिए मेहंदी का इस्तेमाल करते हैं, वहीं दूसरी ओर काफी लोग बरगंडी, लाल, गोल्डन समेत अलग-अलग तरह के कलर में बालों को रंगने के लिए मार्केट बेस्ड केमिकल वाले हेयर कलर यूज करते हैं.
बाजारों में आपको मनचाहे हेयर कलर आसानी से मिल जाते है, लेकिन क्या आप जानते हैं ये हेयर कलर अमोनिया युक्त होते हैं. अमोनिया ना सिर्फ बालों कि समस्याओं के लिए बल्कि कई प्रकार के स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं की भी जड़ हो सकता है. अमोनिया एक तरह के केमिकल के तौर पर काम करता है जो बालों को रंगने में पीएच लेवल को बढ़ाता है, जिससे बालों में उसका रंग पूरी तरह से चढ़ जाता है.
अमोनिया युक्त हेयर कलर से स्किन पर होने वाले साइड इफेक्ट्स
– हेयर कलर करवाने से पहले पैच टेस्ट ज़रूर करना चाहिए क्योंकि कई बार हेयर कलर सूट नहीं करता है और ऐसा करने से यह बालों के साथ स्किन को काफी नुकसान पहुंचा सकता है.
– अमोनिया युक्त हेयर कलर और डाई से कई तरह की एलर्जी हो सकती है, कई बार हेयर कलर सूट नहीं करने पर बाल झड़ने और ड्राई होने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
– कई बार हेयर कलर करवाने के बाद हमारी ही गलती से कलर वाले बाल चेहरे और गर्दन की त्वच पर लग जाते हैं. इसकी वजह से शरीर पर दाने, लाल धब्बे, रैशेज या खुजली की परेशानी हो सकती है.
एलर्जी
– कलर करने के बाद आपकी पलकें, होंठ, हाथ या पैर में सूजन आ सकती है.
– सिर पर कई बार फफोले, दाने या असहनीय खुजली हो सकती है.
– अमोनिया हेयर कलर करवाने से कई बार सिर, चहेरे या पूरे शरीर पर लाल चकत्ते हो सकते हैं.
– अमोनिया युक्त हेयर कलर बालों और स्किन के साथ आंखो को भी नुकसान पहुंचा सकता है.
– हेयर कलर के लगातार इस्तेमाल करने पर आंखों की रोशनी कम होने लगती है. ऐसे में अमोनिया युक्त हेयर कलर की जगह नेचुरल कलर का इस्तेमाल करना चाहिए.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं.newshindustan.in इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.