पैनिक अटैक और एंजाइटी अटैक को कई लोग एक ही मान लेते हैं. उन्हें ये पता होना चाहिए कि पैनिक अटैक और एंजाइटी में काफी अंतर है. इसके लक्षणों को पहचानने में भी कई लोग कंफ्यूज हो जाते हैं. पैनिक अटैक किसी डर के कारण होता है, वहीं एंजाइटी अटैक किसी चिंता या तनाव के कारण होता है.
दोनों ही स्थिति शरीर के लिए खतरनाक हो सकती हैं. कई बार अटैक को पहचान पाना इतना मुश्किल हो जाता है कि इलाज में देरी तक हो जाती है. पैनिक अटैक और एंजाइटी अटैक आने पर सीधा हार्ट पर प्रभाव पड़ता है. इसकी वजह से हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है. आइए जानते हैं पैनिक अटैक और एंजाइटी अटैक एक दूसरे से कैसे अलग हैं.
क्या है पैनिक अटैक
हेल्थलाइन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पैनिक अटैक अचानक आता है. यह अधिकतर किसी डर के कारण होता है. पैनिक अटैक बेहद तेज़ होता है. कई बार यह किसी तरह के फोबिया से भी हो सकता है. पैनिक अटैक किसी को भी कहीं भी आ सकता है. बार-बार पैनिक अटैक आना पैनिक डिसआर्डर की ओर इशारा करते हैं.
पैनिक अटैक के लक्षण
– अधिक पसीना आना
– सांस लेने में तकलीफ होना
– उल्टी आना
– चक्कर आना
– दिल की धड़कनें तेज हो जाना
– ब्लड प्रेशर हाई होना
– सीने में दर्द
– हाथ- पैर कांपना
– अधिक डर लगना
क्या है एंजाइटी अटैक
एंजाइटी अटैक तब आता है, जब कोई व्यक्ति किसी बात को लेकर लंबे समय से परेशान चल रहा हो. चिंता व तनाव करने के कारण एंजाइटी अटैक आता है. कई बार दिमाग की मांसपेशियों में तनाव होने की वजह से भी अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
एंजाइटी अटैक के लक्षण
– सांस लेने में कठिनाई
– दिल की धड़कन का बढ़ना
– सीने में दर्द होना
– विजन प्रॉब्लम
– बोलने में कठिनाई
– हाथ या गर्दन में दर्द होना
पैनिक अटैक और एंजाइटी अटैक में अंतर
– पैनिक अटैक डर के कारण आता है, जबकि एंजाइटी अटैक चिंता की वजह से हो सकता है.
– पैनिक अटैक अचानक से दस्तक देता है, वहीं एंजाइटी अटैक धीरे शुरू होकर तेज हो जाता है.
– पैनिक अटैक के मुकाबले एंजाइटी अटैक थोड़ा कम खतरनाक होता है.
– पैनिक अटैक के दौरान तुरंत ही डॉक्टर की ज़रूरत होती है, लेकिन एंजाइटी अटैक स्लो आता है और कई बार कुछ ही देर में शांत भी हो जाता है.