उम्र के साथ ही क्रोनिक बीमारियां यानी हमेशा रहने वाली बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है लेकिन धरती पर कुछ ऐसी खास जगहें हैं जहां के लोगों में बूढ़े होने के बावजूद क्रोनिक बीमारियां नहीं होती. वैज्ञानिकों ने धरती पर स्थिति इन 5 खास क्षेत्रों को ब्लू जोन का नाम दे दिया है. इस एरिया को लेकर कई रिसर्च हुई हैं जिनसे साबित होता है कि इन इलाकों में रहने वाले अधिकांश लोगों की आयु 90 से 100 तक पहुंचती हैं लेकिन सौ से अधिक उम्र के लोगों की संख्या भी कम नहीं है. सबसे बड़ी बात यह है कि इन इलाके के लोगों में क्रोनिक बीमारियां न के बराबर है. क्रोनिक बीमारियों का मतलब डायबिटीज, मोटापा, हार्ट डिजीज आदि.
वैज्ञानिकों ने मानना है कि किसी भी व्यक्ति की उम्र को निर्धारित करने के लिए 20 से 30 प्रतिशत योगदान उनके जीन में होता है. इसके बाद पर्यावरणीय प्रभाव, डाइट, लाइफस्टाइल का महत्वपूर्ण रोल होता है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर इन लोगों के बीमारी मुक्त होने और लंबे समय तक जीने के क्या राज हैं. ये लोग आखिर खाते क्या हैं और किस तरह रहते हैं.
95 प्रतिशत प्लांट बेस्ड फूड
हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक ब्लू जोन में रहने वाले लोग मुख्य तौर पर अपनी डाइट में 95 प्रतिशत हिस्सा प्लांट बेस्ड फूड को शामिल करते हैं. हालांकि इनमें सभी वेजिटेरियन नहीं हैं, इसलिए कुछ लोग मीट भी खाते हैं लेकिन मीट खाने की खपत बहुत कम है. महीने में बमुश्किल से इनमें से कुछ लोग चार या पांच बार मीट खाते हैं. इस अर्थ में यह यह बात महत्वपूर्ण है जिसमें अध्ययनों के आधार पर यह कहा गया है कि यदि मीट का सेवन छोड़ दिया जाए तो हार्ट डिजीज, कैंसर और अन्य कारणों से पहले होने वाली मौतों को कम किया जा सकता है. 20 साल की रिसर्च के बाद इन जगहों को चिन्हित किया गया और पाया गया जीन के साथ-साथ बेहद सामान्य लाइफस्टाइल के कारण इन लोगों की आयु लंबी होती है और इन्हें लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारियां कम लगती हैं. अन्य लोगों की तुलना में ये लोग औसतन 20 साल ज्यादा जिंदा रहते हैं. इनका खान-पान बेहद सामान्य है जिसमें प्लांट फूड सबसे ज्यादा होता है.
ब्लू जोन में रहने वाले लोगों की सिंपल डाइट
1.सब्जियां-ब्लू जोन के लोगों की डाइट का अधिकांश हिस्सा सब्जियों से भरा रहता है. इनमें कई तरह की सब्जियां होती हैं. पब मेड सेंट्रल की रिपोर्ट के मुताबिक हरी सब्जियों का सेवन हार्ट डिजीज, कैंसर और समय से पहले होने वाली मौत को रोकन में सक्षम है.
2. फलियां-फलीदार सब्जियां यानी बींस, हरी मटर, मसूर की दाल आदि में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और फाइबर होता है जो समय से पहले मौत के जोखिम को कम करने के लिए जाना जाता है.
3.साबुत अनाज-साबुत अनाज को आजकल सुपरफूड माना जाने लगा है. इसे लेकर अब बहुत से अध्ययन हो चुके हैं. एनसीबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक साबुत अनाज कोलोन कैंसर और हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करता है.
4.बादाम-बादाम फाइबर, प्रोटीन, पॉलीसैचुरेटेड और मोनोसैचुरेटेड फैट्स का बहुत बड़ा स्रोत है. कई तरह के नट्स खाने से मौत जल्दी नहीं होती और मेटाबोलिक सिंड्रोम की समस्या का भी अंत हो जाता है.
किन जगहों को कहा जाता है ब्लू जोन
हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक ग्रीस में इकारिया, इटली में सार्डिनिया, जापान में ओकिनावा, अमेरिका में लोमा लिंडा और कोस्टारिका में निकायो ऐसी जगहें हैं जहां के लोग अपेक्षाकृत ज्यादा हेल्दी रहते हैं और ज्यादा लंबी उम्र तक जीते हैं. वैज्ञानिकों ने इन्हें ब्लू जोन घोषित किया है. हालांकि हेल्दी लाइफ और लंबी आयु के लिए इनके जीन की बहुत बड़ी भूमिका है लेकिन इनकी डाइट में 95 प्रतिशत हिस्सा प्लांट बेस्ड होता है.