तुर्की में भूकंप से हुए भारी नुकसान के बाद भारत सरकार ने मदद के हाथ बढ़ाए हैं. इसी कड़ी में स्पेशल विमान C-17 ग्लोबमास्टर से एनडीआरएफ के 51 जवान तुर्की पहुंच गए हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि 50 से अधिक जवानों के साथ पहली भारतीय C17 उड़ान तुर्की के अडाना एयरपोर्ट पहुंच गया है. इसमें रेस्क्यू करने वाले जवान, प्रशिक्षित डॉग स्कवॉड, ड्रिलिंग मशीन, राहत सामग्री, दवाएं और अन्य आवश्यक सुविधाएं मौजूद हैं. इसके अलावा उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि इस चुनौतीपूर्ण वक्त में भारत अपनी एकजुटता का प्रदर्शन कर रहा है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वायुसेना का दूसरा विमान राहत सामग्री लेकर रवाना होने के लिए तैयार है. तुर्की की लिए भारतीय सेना का 89 सदसीय फ़ील्ड अस्पताल और मेडिकल टीम रवाना हो गई है. सेना के मेडिकल टीम में क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट जिनमें ऑर्थोपैडिक सर्जिकल टीम, जनरल सर्जिकल स्पेशलिस्ट के अलावा अन्य मेडिकल टीम को साथ भेजा गया है. महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण जिनमें X-रे मशीन , वेंटिलेटर, ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट , कार्डियक मॉनिटर और सहित 30 बेड मेडिकल फैसेलिटी तैयार करने की सामग्री शामिल है.
आगरा स्थित सेना के फ़ील्ड अस्पताल को साथ भेजा गया है. बता दें कि सोमवार को तुर्की-सीरिया में आए भूकंपों के चलते अब तक 4600 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. पांच महिला कर्मियों और 4 डॉग स्कवॉड के साथ 101 एनडीआरएफ के रेस्क्यूर तुर्की पहुंचने वाले हैं, जिनमें से 50 पहुंच चुके हैं. एनडीआरएफ के महानिदेशक ने बताया कि अदाना एयरपोर्ट पर दूसरा दल रास्ते में है.
कोलकाता में एनडीआरएफ की दूसरी बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर गरमिंदर सिंह के नेतृत्व में 101 बचावकर्मियों को पूरा दल तुर्की में भारतीय दूतावास और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार समन्वित तरीके से अपना अभियान शुरू करेगा.
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