फरवरी में वंदेभारत ट्रेनों की कुल संख्या 10 हो जाएगी. मुंबई से एक साथ दो वंदेभारत ट्रेनों को प्रधानमंत्री 10 फरवरी को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. ये दोनों ट्रेन अलग अलग रूटों पर चलेंगी. क्या आपको पता है कि पिछली आठ वंदेभारत ट्रेनें किन रूटों पर दौड़ रही हैं, नई वंदेभारत किन रूट पर चलेंगी और इनमें अभी तक कितने लाख यात्री सफर कर चुके हैं? आइये आपको बताते हैं-
देश की पहली वंदे भारत ट्रेन सबसे नई दिल्ली से भगवान शिव की नगरी काशी के बीच चली. यह ट्रेन फरवरी 2019 में चलाई गयी है. वहीं, दूसरी ट्रेन को भी धार्मिक नगरी से जोड़ा गया और यह ट्रेन नई दिल्ली से श्री वैष्णो देवी कटरा के बीच चली. तीसरी गांधीनगर से मुंबई के बीच चलाई गयी, चौथी नई दिल्ली से अंब अंदौरा स्टेशन हिमाचल के बीच शुरू की गयी. पांचवीं वंदेभारत को चेन्नई से मैसूर के बीच चलाया गया. छठीं वंदेभारत नागपुर से बिलासपुर के बीच चली. इसी तरह सातवीं वंदेभारत ट्रेन हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी और आठवीं वंदेभारत सिकंदराबाद से विशाखपट्टनम के बीच शुरू की गयी. आठवीं ट्रेन जनवरी माह में ही चली है.
फरवरी में आने वाली दो वंदेभारत ट्रेनें मुंबई से चलाई जाएंगी. एक ट्रेन सीएसटीएम से सोलापुर और दूसरी सीएसटीएम से साई नगर शिरडी को जाएगी. इस तरह इन ट्रेनों को संख्या कुल 10 हो जाएगी. अगस्त तक कुल 75 वंदेभारत ट्रेने शुरू की जानी है. धीरे धीरे इन ट्रेनों का उत्पादन प्रति माह बढ़ाया जाएगा.