रिजर्व बैंक ने देश के सबसे सुरक्षित और भरोसेमंद बैंकों के नाम जारी हैं. यह बैंक ग्राहक और भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए इतने जरूरी हैं कि अगर इन बैंकों को कोई नुकसान होता है तो उसका खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ेगा. आरबीआई ने डोमेस्टिक सिस्टमिकली इम्पॉर्टेंट बैंक (D-SIBs) 2022 की लिस्ट जारी की है, जिसमें एक सरकारी और दो प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के नाम शामिल हैं. साल 2022 की लिस्ट में पिछले साल (2021) में शामिल बैंकों के नाम भी हैं.
रिजर्व बैंक ने बताया है कि 2022 की इस लिस्ट में देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई (SBI) के अलावा निजी क्षेत्र के एचडीएफसी (HDFC) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI) का नाम भी शामिल हैं. डोमेस्टिक सिस्टमिकली इम्पॉर्टेंट बैंकों की इस लिस्ट में ऐसे नाम शामिल किए जाते हैं, जिनके डूबने या फेल होने से पूरे फाइनेंशियल सिस्टम पर गंभीर असर पड़ सकता है. ऐसे बैंकों पर आरबीआई की खास नजर रहती है और इनके डूबने का खबरा नहीं उठाया जा सकता है.
इन बैंकों के लिए सख्त नियम
रिजर्व बैंक इस सूची में आने वाले बैंकों पर कड़े पैमाने लागू करता है. ऐसे बैंकों को रिस्क वेटेड एसेट का कुछ हिस्सा टियर-1 इक्विटी के रूप में रखना जरूरी होता है. आरबीआई के अनुसार, एसबीआई को अपने रिस्क वेटेड एसेट का 0.60 फीसदी हिस्सा टियर-1 इक्विटी के रूप में रखना जरूरी है, जबकि एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक के लिए यह हिस्सा उनके रिस्क वेटेड एसेट का 0.20 फीसदी है.
क्यों जरूरी है यह लिस्ट
आरबीआई साल 2015 से ऐसे बैंकों की लिस्ट जारी करता है जो देश के फाइनेंशियल सिस्टम और अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम होते हैं और इस पर कड़ी नजर भी रखता है. रिजर्व बैंक हर साल अगस्त में बैंकों की पहुंच और उनके कारोबार के हिसाब से रेटिंग करता है और फिर सबसे जरूरी बैंकों की लिस्ट तैयार करता है. अभी तक इस लिस्ट में तीन बैंक ही शामिल हो सके हैं. लिस्ट में शामिल बैंकों के डूबने का खतरा नहीं उठाया जा सकता और जरूरत पर सरकार भी इनकी मदद के लिए तैयार रहती है.