रायपुर, विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से कल 14 नवम्बर को राज्य के चार हजार 051 सरकारी अस्पतालों में आम जनता को रक्तचाप और ब्लड शुगर की जांच करवाने की सुविधा दी जाएगी, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सभी लोगों से इस सुविधा का लाभ लेने की अपील की है, स्वास्थ्य मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने विभागीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि इन सभी सरकारी अस्पतालों में रक्तचाप और ब्लड शुगर की जांच से संबंधित जरूरी उपकरण और अधिकारी तथा पैरामेडिकल स्टाफ अनिवार्य रूप से तैनात रहे। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव सुब्रत साहू ने विभागीय बैठक में इस आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की, बैठक में बताया गया कि प्रदेश के इन सभी सरकारी अस्पतालों में कल 14 नवम्बर को सवेरे 10 बजे से शाम 4 बजे तक सिर्फ छह घंटे के भीतर पांच लाख से ज्यादा लोगों के रक्तचाप और रक्त शर्करा का परीक्षण किया जाएगा, इसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करवाने का भी लक्ष्य है। राज्य के इन अस्पतालों में 27 सरकारी जिला अस्पताल, 790 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 171 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, तीन हजार 027 उप स्वास्थ्य केन्द्र और 36 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि इन सरकारी अस्पतालों और इनके अलावा जिलों के अन्य चिन्हांकित स्वास्थ्य केन्द्रों और आयुष चिकित्सा केन्द्रों में भी गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की गाइड लाइन के अनुसार सवेरे 10 बजे सीटी बजाकर रक्तचाप और रक्तशर्करा की जांच का सिलसिला शुरू होगा और शाम 4 बजे सीटी बजाकर स्क्रीनिंग के साथ समापन किया जाएगा। सम्पूर्ण कार्यक्रम की फोटोग्राफी और वीडियो ग्राफी की भी करवायी जाएगी। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जिन व्यक्तियों को ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर से प्रभावित पाया जाएगा, उन्हें उसी दिन और दूसरे दिन भी जरूरी दवाइयां दी जाएगी। इसके लिए अस्पतालों में काउंटर बनाये जाएंगे। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के प्रतिनिधि किसी भी जिले का दौरा करके वहां कितने लोगों की जांच की गई है, इसकी पुष्टि करेंगे। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारियों, सिविल सर्जनों और ब्लॉक मेडिकल आफिसरों सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को मैदानी स्तर पर इस आयोजन का व्यापक प्रचार-प्रसार करवाने के भी निर्देश दिए हैं।