देश के कोने कोने माल ढुलाई आसान करने के लिए गति शक्ति मल्टी मॉडल कार्गो टर्मिनल ( GCT) का निर्माण किया जा रहा है. इनकी संख्या और निर्माण की समय सीमा भी तय कर दी गयी है. उद्योगों मांग और क्षमता के आधार के आधार पर जगह तय कर इनका निर्माण किया जा रहा है. बुधवार को संसद में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक सवाल के जवाब में बताया कि वर्ष 2025 तक देश में 100 गति शक्ति कार्गो टर्मिनल बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
रेलमंत्री ने बताया कि गति शक्ति कार्गो टर्मिनल (जीसीटी) नीति के तहत तीन वर्षों 2022-23, 2023-24 और 2024-25 में 100 गति शक्ति कार्गो टर्मिनल विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि 22 जीसीटीएस को पहले ही कमीशन किया जा चुका है. जीसीटी नीति के तहत कार्गो टर्मिनलों के विकास के लिए 125 आवेदन प्राप्त हुए हैं और 79 को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है.
शक्ति कार्गो टर्मिनल को गैर-रेलवे भूमि पर विकसित करने के लिए, जीसीटी ऑपरेटर स्थान की पहचान करेंगे और आवश्यक टर्मिनल का निर्माण करेंगे. जीसीटी को रेलवे भूमि पर पूरी तरह से या आंशिक रूप से विकसित करने के लिए रेलवे द्वारा भूमि खंड की पहचान की जाएगी और टर्मिनल के निर्माण और संचालन के लिए जीसीटी ऑपरेटर का चयन खुली निविदा प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा.
‘गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल’
गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल के संबंध में प्रधानमंत्री की गति शक्ति और रेल मंत्रालय की नीति को ध्यान में रखकर रेल ऑपरेशन्स के लिए गति शक्ति कार्गो टर्मिनल का निर्माण किया जा रहा है.