जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को देश के 50वें मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. जस्टिस यूयू ललित के रिटायर होने के बाद जस्टिस चंद्रचूड़ ने उनका स्थान लिया है
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ बतौर सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश कई महत्वपूर्ण फैसलों में शामिल रहे हैं. उनके सीजेआई बनने के बाद उनसे काफी उम्मीदें है. उनके पिता भी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं
देश के नए मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि वह अपने काम से देश के लोगों को न्यायपालिका के प्रति भरोसा दिलाएंगे, सिर्फ शब्दों से नहीं. सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि तकनीकी रिफॉर्म हो या रजिस्ट्री रिफॉर्म हो या फिर न्यायिक रिफॉम हो सभी में आम नागरिकों को प्राथमिकता दी जाएगी
मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ लेने के बाद सीजेआई जस्टिस डीवाई चंदचूड़ सुप्रीम कोर्ट में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आम आदमी की सेवा करना उनकी प्राथमिकता है.
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ दो वर्षों तक मुख्य न्यायाधीश के पद पर रहेंगे. बतौर भारत के मुख्य न्यायाधीश उनका कार्यकाल 10 नवंबर 2024 को समाप्त होगा. बता दें कि सीजेआई चंद्रचूड़ साल 2016 में सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे.
CJI डीवाई चंद्रचूड़ के पिता जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ भी भारत के मुख्य न्यायाधीश के पद पर सुशोभित थे. वह इस पद पर तकरीबन 7 वर्षों तक रहे थे.