घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज सोने के भाव मुनाफावसूली के दौर से गुजर रहे हैं. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले गोल्ड प्राइस में उतार-चढ़ाव जारी है. बीते सप्ताह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की दरें शुक्रवार के सत्र में ₹507 प्रति 10 ग्राम या 1 प्रतिशत गिर गईं और ₹50,230 के स्तर पर बंद हुईं, जबकि हाजिर सोने की कीमत 1.07 प्रतिशत गिरकर 1,644 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर क्लोज हुई.
कमोडिटी बाजार के जानकारों के मुताबिक, तीसरी तिमाही के उम्मीद से बेहतर अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के बाद डॉलर इंडेक्स में उछाल आने के बाद ऐसी अटकलें हैं कि यूएस फेड ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर अपना रुख बदल सकता है. इस उम्मीद के चलते सोने की कीमतों में गिरावट और डॉलर इंडेक्स में निचले स्तर से अच्छा रिबाउंड आया.
फेड मीटिंग के नतीजे आने तक भाव में उतार-चढ़ाव रहेगा जारी
मिंट की खबर के अनुसार, मार्केट एक्सपर्ट्स ने कहा कि हाजिर सोने की कीमत का मौजूदा सपोर्ट बेस $ 1,630 है, जबकि मजबूत सपोर्ट $ 1,600 प्रति औंस के स्तर पर रखा गया है, जबकि एमसीएक्स पर सोने का सपोर्ट बेस लगभग ₹49,700 से ₹49,800 के स्तर पर है, जबकि इसे लगभग ₹51,200 के स्तर पर रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है.
कमोडिटी बाजार के एक्सपर्ट्स ने कहा कि आज सोने की कीमतों के लिए मुख्य रूप से वैश्विक संकेत और यूएस फेड की बैठक के परिणाम अहम ट्रिगर होंगे. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजे आने से पहले पीली धातु की कीमतों में सीमित उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है.
अमेरिका में अच्छे आर्थिक आंकड़े आने से गोल्ड का भाव गिरा
अनुज गुप्ता, वाइस प्रेसिडेंट – रिसर्च इन आईआईएफएल सिक्योरिटीज ने कहा, “अगले सप्ताह होने वाली यूएस फेड बैठक के परिणाम तक सोने की कीमत $ 1630 से $ 1685 के बीच रहने की उम्मीद है. अमेरिका में तीसरी तिमाही के दौरान अच्छे आर्थिक आंकड़ों के उम्मीद से ज्यादा आने के बाद, डॉलर सूचकांक में एक बार फिर से उछाल आया है, जो सोने की कीमतों में गिरावट का प्रमुख कारण है.”