प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narenda Modi) ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के ऊना से देश की चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) को हरी झंडी दिखाकर उसका उद्घाटन किया. इस मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन के डिजाइन में बहुत सारे टेक्निकल चीजों को अपडेट किया गया है.
वैष्णव ने कहा कि वंदे भारत के कुल 75 रैक लगने हैं. तेजी से इसका प्रोडक्शन शुरू हुआ है. अभी महीने में 2 रैक प्रोड्यूस होती है. दिसंबर तक महीने में 3 प्रोड्यूस हो जाएगी. जनवरी से 4 और 5 और 6 की भी हम उम्मीद कर रहे हैं. इस ट्रेन के ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्शन की दिशा में काम हो रहा है.
ट्रैक की टेक्नोलॉजी में बदलाव
रेल मंत्री ने कहा कि देश में रेलवे ट्रैक करीब-करीब सरफेस पर हैं न कि एलिवेटेड. इसके कारण कैटल की समस्या रहती है. लेकिन इस ट्रेन को डिजाइन इस तरीके से किया गया है कि जैसे कभी भी कैटल को सामने वाला पोर्शन है उसकी काइनेटिक एनर्जी को ले ले और वह डिस्मेंटल हो जाए ताकि जब भी डेस्टिनेशन पर पहुंचे तो उसी डिस्मेंटल पोषण को ही सच चेंज किया जा सके. उसकी बॉडी पर इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इंजन पर कोई असर न पड़े. तीन-चार वर्षो के अंदर बहुत सारे जगह के अंदर हम पेंटिंग कर रहे है. बहुत सारे ट्रैक को एलीवेट कर रहे हैं. ट्रैक की टेक्नोलॉजी में बदलाव किया जा रहा है.
200 किमी प्रति घंटे की होगी स्पीड
रेल मंत्री ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन के हर एक वर्जन में इंप्रूवमेंट आ रहे हैं जैसे कि इस वर्जन से जो हमें सीखने को मिलेगा उससे हम आगे और इंप्रूव करेंगे. अगली वंदे भारत की जो ट्रेन आएगी उसको हम 200 किलोमीटर की स्पीड तक ले जाएंगे. 5-6 सालों में ट्रेक्स में जो इंप्रूवमेंट्स होगी उससे ट्रेन बहुत अच्छी तरीके से 200 की स्पीड तक ट्रेन चल पाएगी.
वंदे भारत फ्रेट ईएमयू से होगी माल ढुलाई
वंदे भारत का कांसेप्ट यह है कि सिटी टू सिटी बहुत तेजी से पार्सल को लेकर जाया जा सके. हम लोग फ्री टीएमयू फ्रेट वंदे भारत शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं.
दफ्तर के सोफे पर बैठने का अहसास
इस मौके पर हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा, ”मुझे लगी नहीं रहा है कि मैं ट्रेन में बैठ रहा हूं. मुझे ऐसा लग रहा है कि अपने दफ्तर के सोफे पर बैठ कर काम कर रहा हूं. यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि मोदी जी हर चीज को रफ्तार देना चाहते हैं.”