त्योहारों के समय में पैसों की जरूरत पड़ती रहती है. नौकरीपेशा लोगों के पास एक सीमित आय होती है और खर्चे हजार होते हैं. ऐसे में क्रेडिट कार्ड से उन्हें काफी मदद मिलती है. फेस्टिव सीजन में तो क्रेडिट कार्ड कंपनियां कई तरह के ऑफर भी देती हैं. इसमें कैशबैक, रिवॉर्ड, पॉइंट्स आदि शामिल होते हैं. कई लोग क्रेडिट कार्ड से कैश भी निकालते हैं. इसे कैश एडवांस कहा जाता है.
कई बार लोग डेबिट कार्ड में पैसे न होने के कारण लोग क्रेडिट कार्ड से कैश निकालते हैं तो कई बार गलती से भी यह ट्रांजेक्शन हो जाती है. कैश एडवांस आपातकालीन स्थिति में आपके काम आ सकता है लेकिन आपको इस पर चार्ज भी देना होता है. अगर आप भी क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने चाहते हैं तो पहले इससे जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं को जान लेना चाहिए.
क्या है इसका लाभ?
क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने का आमतौर पर एक ही फायदा नजर आता है कि आप इमरजेंसी में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आपके बैंक अकाउंट में पैसे नहीं है तो क्रेडिट कार्ड आपकी मदद कर सकता है. आप अपना काम निपटाकर कर्ज ली गई राशि का रीपेमेंट करके कर्जमुक्त हो जाते हैं. जरूरत के समय आपको दोस्त या रिश्तेदार से पैसे मांगने की जरूरत नहीं पड़ती है.
क्या है नुकसान?
क्रेडिट से कैश निकालने पर आपको सबसे पहले चार्ज देना होता है जो आमतौर पर निकाली गई रकम का 2.5 से 3 फीसदी होता है. अगर आप एक लाख रुपये का कैश एडवांस लेते हैं तो आपको 2-3 हजार का चार्ज भरना पड़ सकता है. इसके अलावा आपको हर महीने इस पर ब्याज देना होता है जो करीब 3.5 फीसदी होता है. साथ ही बार-बार कैश एडवांस लेने से आपके क्रेडिट स्कोर पर प्रतिकूल असर होता है.
कितना कैश आप निकाल सकते हैं?
यह आमतौर पर कार्ड की लिमिट और कार्ड होल्डर के क्रेडिट प्रोफाइल पर निर्भर करता है कि आप कितना कैश निकाल सकते हैं. आमतौर पर आपको कार्ड लिमिट का 20-40 फीसदी कैश निकालने की अनुमति दी जाती है. बाकी राशि आप कार्ड से होने वाले लेनदेन के लिए ही इस्तेमाल कर सकते हैं.
कितना सही है क्रेडिट कार्ड से कैश निकालना?
जैसा कि आप अब तक जान चुके होंगे कि क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने के फायदे कम और घाटे ज्यादा हैं. यह आपको काफी महंगा पड़ सकता है. इसलिए क्रेडिट कार्ड से जब तक संभव हो कैश न निकालें. कैश एडवांस का इस्तेमाल केवल आपातकालीन स्थिति में ही करें और जितना जल्दी हो सके इसे वापस लौटा दें.