उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (National Food Security Scheme) के अंतगर्त फ्री राशन (Free Ration) लेने वालों पर कार्रवाई तेज हो गई है. अब देश के कई राज्यों में फर्जी कार्डधारकों के राशन कार्ड (Ration Card) बड़े पैमाने पर निरस्त किए जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में यह कार्रवाई अब और तेज हो गई है. उत्तर प्रदेश में फर्जी राशन कार्डधारी सबसे ज्यादा पकड़े जा रहे हैं. गाजियाबाद (Ghaziabad) में ही अब तक 86 हजार राशन कार्ड धारक अपात्र पाए गए हैं. इनमें से ज्यादातर वैसे कार्डधारक हैं, जिन्होंने कार्रवाई के डर से पहले ही राशन कार्ड सरेंडर (Ration Card Surrendred) कर दिया है.
पिछले दिनों सरकार ने गरीबों के हक का राशन ले रहे अपात्र राशन कार्डधारकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने से कुछ दिनों की मोहलत दी गई थी. यूपी के गाजियाबाद सहित कई जिलों में खाद्य आपूर्ति विभाग के जांच में पाया गया है कि अपात्र होने के बाद भी वह फ्री राशन का लाभ अब तक ले रहे थे. लेकिन, कार्रवाई के डर से अब ये कार्डधारक अपना राशन कार्ड सरेंडर कर रहे हैं.
फर्जी राशन कार्ड को लेकर कार्रवाई हुई तेज
केंद्र सरकार के इस अभियान का अब समर्थन भी मिलने लगा है. कई लोग सरकार के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं. उनका कहना है कि अब सिर्फ उन्ही लोगों को फ्री राशन मिलेगा, जो इसके सही पात्र हैं. आपको बता दें कि यूपी के गाजियाबाद जिले में पहले 5 लाख 27 हजार राशन कार्डधारक थे, जिनमें 86 हजार कार्डधारकों का लाइसेंस अब रद्द कर दिया गया है. ये वे लोग थे जो काफी लंबे समय से फ्री में राशन ले रहे थे. अब इनका लाइसेंस रद्द होने के बाद जिले में 4 लाख 41 हजार ही राशन कार्डधारक बचे हैं.
फ्री राशन को लेकर सरकार का बड़ा एक्शन
कोविड के दौरान आम लोगों को खासा आर्थिक नुकसान भुगतना पड़ा था. इस दौरान केंद्र सरकार ने करोड़ों लोगों को फ्री में राशन बांटा. बाद में सरकार ने गरीबों को फ्री राशन और पैसे दोनों देकर बड़ी आर्थिक सहायता पहुंचाई. इस दौरान कई अपात्रों को भी फ्री में राशन मिला. जब इनके बारे में जानकारी प्राप्त हुई तो राशन का पैसा वसूलने का प्लान बनाया गया, लेकिन सरकार ने अब उनसे पैसा वसूलने का प्लान रद्द कर दिया है